गोपालगंज : पल्स पोलियो अभियान जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम में भी बड़े पैमाने पर मनमानी उजागर हुआ है. पोलियो अभियान को छोड़ कर पंचदेवरी तथा रेफरल अस्पताल फुलवरिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी गायब पाये गये हैं. स्वास्थ्य मंत्री के गांव के अस्पताल में विरानगी छायी हुई थी. सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा तथा एसीएमओ विंदेश्वर प्रसाद शर्मा की टीम बुधवार को अचानक पल्स पोलियो की निरीक्षण में उचकागांव पहुंचे जहां स्थिति संतोष जनक पाया गया.
उसके बाद अधिकारियों की टीम पंचदेवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची जहां डॉक्टर के चैंबर में ताला लटका हुआ था. आसपास पता करने पर पता चला कि डॉक्टर आये ही नहीं. एक दिन नहीं सप्ताह में एक बार डॉक्टर साहब का दर्शन यहां होता है. इस मामले को सीएस ने गंभीरता से लिया. उधर, कटेया, भोरे में डॉक्टर मिले जहां पोलियो की समीक्षा की गयी. लौटते वक्त अधिकारियों ने फुलवरिया रेफरल अस्पताल पहुंचे तो वहां से प्रभारी डॉ उपेंद्र प्रसाद गायब पाये गये.
जहां पोलियो की इविनिंग मिटिंग भी हुआ. इस मामले को गंभीरता से लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जा रहा है. साथ ही पूरे स्थिति से डीएम साहब को अवगत करा दिया गया है. इनके निलंबन की कार्रवाई शुरू की गयी है. सीएम ने बताया कि भगोड़े डॉक्टरों पर कार्रवाई आवश्यक है. पल्स पोलियो अभियान जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम से गायब रहना एक संज्ञेय अपराध है.