* स्पेन में भारत का प्रतिनिधित्व कर बढ़ाया मान
।। संजय कुमार अभय ।।
गोपालगंज : बिहार की प्रतिभा ने एक फिर विश्व को दिशा दिखाया है. स्पेन में आयोजित आर्थिक और विदेशी संबंध रिसर्च (गेम थ्योरी) एकेडमिक कॉन्फ्रेंस में भारत ने अपना परचम लहराते हुए देश को गौरवान्वित किया है.
भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आइआइटी मद्रास के रिसर्च के छात्र राजीव रंजन त्रिपाठी का चयन किया गया था, जो पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए स्पेन में भारत का लोहा विद्वानों को मानने पर विवश कर दिया. तीन दिवसीय इस सेमिनार पर भारत की तरफ से आर्थिक संकट और विदेशी संबंधों पर राजीव रंजन त्रिपाठी ने जिन बिंदुओं को उठाया उस पर नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित रहे.
पूरे विश्व में भारत की जय हुई. स्पेन में आयोजित इस सेमिनार में 68 देश के इस विषय पर रिसर्च करनेवाले शामिल थे, जिसमें नोबेल पुरस्कारों से सम्मानित मैटिक्स ,माइक्रो इकोनॉमिक्स विषय से संबंधित विदेशी हस्तियां भी शामिल थी. बता दें कि राजीव रंजन त्रिपाठी ने भारत को जिस तरह से जय कराया, इससे सिर्फ गोपालगंज ही नहीं बल्कि पूरा बिहार गौरवान्वित हुआ है.
कटेया के अमेया तिवारी टोले की धरती तो फिर धन्य हो गयी है. बता दें कि राजीव रंजन त्रिपाठी कटेया के अमेया गांव के निवासी रामध्यान त्रिपाठी का सबसे बड़ा पुत्र है. इनके पिता रामध्यान त्रिपाठी गोपालगंज मुख्य डाकघर में कार्यरत हैं. आरंभ से ही राजीव रंजन मेधावी रहे हैं
गोपालगंज के वीएम इंटर कॉलेज के छात्र रहे राजीव रंजन कमला राय कॉलेज से वर्ष 2004 में इंटर किये तथा केरल के कोची में मेकेनिकल से इंजीनियरिंग करने लगे. इस बीच गेट की परीक्षा 2011 में टॉप करते हुए आइआइटी मद्रास में एमए की तथा बाद में आइआइटी मद्रास की प्रेरणा से रिसर्च करने लगे .स्पेन में होनेवाले इस कॉन्फ्रेंस में पूरे देश स्तर पर मद्रास आइआइटी को चुना गया था,जिसमें आइआइटी मद्रास ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजीव रंजन को स्पेन के लिए भेजा था.
* आइआइटी मद्रास के रिसर्च छात्र ने सबको चौंकाया