* सिपाया बाजार को व्यवसायियों ने किया बंद
कुचायकोट : पुलिस के खिलाफ आक्रोशित व्यवसायियों और लोगों ने सिपाया बाजार को बंद कर सड़क पर उतर आये. लोगों का आक्रोश इस कदर फूटा की सड़क जाम कर विशंभरपुर थाने का घेराव कर दिया.
थाने के गेट पर सिपाया –गोपालगंज मुख्य पथ को जाम कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग पर ग्रामीण अड़े हुए थे. लोगों के आक्रोश के आगे पुलिस खुद लाचार बनी हुई थी. इस बीच घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे एएसपी अनिल कुमार ने काफी मशक्कत कर किसी तरह से मामले को शांत कराया.
बता दें कि सिपाया ढाला पर स्थित दियर विशंभरपुर के विभूति यादव की सरकारी शराब की दुकान पर कुछ लोग पहुंचे और शराब लेकर चलने लगे लेल्समैन ने पैसा मांगा तो जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की गयी.
शराब की दुकान को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया. दबंगई के कारण पूरा बाजार के लोग दशहत में आ गये. वहीं दूसरी तरफ खेम मटिहिनियां के निवासी राजेश यादव ने आरोप लगाया कि उनके सिपाया स्थिति फर्नीचर की दुकान पर कुछ लोग पहुंचे और चार हजार की कुरसी एक हजार में लेने लगे मना करने पर हमला कर भतीजा धर्मेद्र यादव की बेरहमी से पिटाई कर 25 हजार रुपये दुकान से लूट ली गयी.
दोनों पक्षों के लोगों ने अलग अलग प्राथमिकी दर्ज करायी है. तोड़फोड़ और मारपीट की खबर बार– बार पुलिस को दे रहे थे लेकिन दस कदम पर स्थित थाने से किसी स्टाफ ने देखने तक नहीं गये. पुलिस के इस रवैये से नाराज ग्रामीणों और व्यवसायियों ने बाजार को बंद कर जम कर हंगामा किया.
ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस अगर मौके पर पहुंची रहती तो स्थिति इतनी भयावह नहीं होती. इस मामले में पुलिस की लापरवाही से लोग आक्रोशित थे. मौके पर पहुंचे एएसपी अनिल कुमार ने नाराज लोगों को किसी तरह समझा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए. एसपी ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया और खुद मामले की जांच की.