रामपुर टेंगराही (गोपालगंज) : गंडक नदी पर बनाये जा रहे महासेतू निर्माण के दौरान बेतिया की तरफ से बने एप्रोच रोड के लिए नदी की तीन मुहाने को बंद कर दिया गया था, जिससे नदी का दबाव सीधा पतहरा पर था. नदी के मुंह को खोलने के लिए जल संसाधन विभाग के लगातार रिपोर्ट तथा 1 मई को सेवायात्रा के दौरान यहां पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि बंद मुंह को खोला जाय.
सीएम के आदेश पर जब मुहाना खोला जाने लगा तो आस- पास के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और नदी का मुंह नहीं खोला जा सका था.
इस कारण नदी गोपालगंज में तबाही मचाने को आतुर हो गयी थी. इसे देखते हुए डीएम ने बेतिया डीएम और एसपी से वार्ता कर सोमवार को पुलिस कप्तान डॉ. विनोद कुमार चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी रेयाज अहमद खाँ तथा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे.
तय रणनीति के अनुसार तीस – तीस मीटर चौड़ी नदी का मुहाना काटा जाने लगा. इतने में आस – पास के ग्रामीण विरोध करने पहुंच गये, जिस पर डीएम ने उन लोगों को समझा कर शांत कराया और पुल निगम के अभियंताओं तथा जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के बीच मुहाना खोले जाने लगा. नदी का मुहाना खोले जाने का काम समाचार लिखें जाने तक जारी था.
मुहाना खुलने से गोपालगंज में नदी का दबाव कम होने की संभावना है. डीएम ने बताया कि गाइड बांध बना कर इस मुहाने को बंद करा दिये जाने के कारण पतहरा में दबाव बना हुआ था.
अब ज्यादा पानी आने पर भी यहां पानी का असर ज्यादा नहीं होगा. हालांकि नदी का दबाव उफान के करण अभी बना हुआ हैं. अनुमंडल पदाधिकारी की मौजूदगी में मुहाना खोलने का काम जारी है.