गोपालगंज : कहते हैं सावन मस्त महीना है. प्रकृति में हरियाली बिखेरने का, अध्यात्म का और किसानों की खुशी का. मान्यता और प्रसिद्ध पर खरा उतरते हुए सावन का आगाज बारिश के साथ हुआ. रविवार की देर शाम से सोमवार को पूरे दिन सावन झूम कर बरसता रहा. लगातार हुई बारिश से मौसम में जहां बदलाव आ गया, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल उठे.
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इंद्र हुए मेहरबान, खेतों में पहुंचे किसान
गोपालगंज : कहते हैं सावन मस्त महीना है. प्रकृति में हरियाली बिखेरने का, अध्यात्म का और किसानों की खुशी का. मान्यता और प्रसिद्ध पर खरा उतरते हुए सावन का आगाज बारिश के साथ हुआ. रविवार की देर शाम से सोमवार को पूरे दिन सावन झूम कर बरसता रहा. लगातार हुई बारिश से मौसम में जहां […]
जब भगवान इंद्र ने मेहरबान होकर बारिश की बूंदें टपकायीं, तो हर किसान के कदम खेतों में पहुंच गये. कल तक के प्यासे खेत पानी से लबालब दिख रहे हैं. अकेले सोमवार को जिले में 11 हजार हेक्टेयर से अधिक खेतों में रोपनी हुई, जो कुल रोपनी की 13 फीसदी है.
कोई बिचड़ा उखाड़ने में तो कोई रोपनी में लीन
आसमान से टपकती बूंदों के बीच किसानों के चेहरे पर मुस्कान थी. गांव की भीड़ खेतों में पहुंच चुकी थी. कहीं कोई धान का बिचड़ा उखाड़ रहा था, तो कहीं ट्रैक्टर और बैल से खेतों की जुताई की जा रही थी.
कहीं महिला और पुरुषों की टोली धान की रोपनी कर रही थी. बीच-बीच में रोपनी करती महिलाओं द्वारा गाये मौसमी गीत की तान सावन माह में बरसते बादलों की गूंज से मिलाप कर रही थी.
सोमवार को कुल रोपनी – 13 फीसदी
सोमवार तक रोपनी – 39 फीसदी
धान रोपनी का लक्ष्य – 88 हजार हेक्टेयर
क्या कहता है कृषि विभाग
रविवार की रात से हो रही बारिश रोपनी के लिए अत्यंत ही लाभदायक है. किसान रोपनी भी कर रहे हैं. इसी बारिश से 80 फीसदी से अधिक रोपनी समाप्त हो जायेगी. खरीफ के लिए यह शुभ संकेत है.
सुरेश प्रसाद, डीएओ गोपालगंज
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