गया: शहर के टिल्हा धर्मशाला से चांदचाैरा (रामसागर तालाब रोड) तक वाटर सप्लाइ पाइपलाइन में कम से कम 15 जगहों पर लीकेज है. मानों इस रास्ते में नगर निगम ने स्पेशल फव्वारा लगा रखा हो. लेकिन, हकीकत है कि इन फव्वारों (लिकेज) से हर रोज सैकड़ों लीटर पीने का पानी बरबाद हो रहा है, पर किसी का इस ओर ध्यान नहीं है.
ताज्जुब यह भी है कि इस रोड से सुबह से शाम तक पीएचइडी व नगर निगम के अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है, पर किसी का ध्यान इस पर नहीं जाता. इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों ने नगर निगम को इसकी सूचना भी दे दी है, पर इसे ठीक नहीं किया जा सका. लोगों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी हर रोज पितृपक्ष मेला क्षेत्र में काम शुरू करने का दावा करते हैं, पर वह काम कहीं दिखता ही नहीं. इसमें या तो सिर्फ हवा में दावा हो रहा है या फिर कर्मचारी अफसरों की बात नहीं मान रहे हैं.
बाइपास के पास भी फटे हैं पाइप
इनके अलावा बाइपास सब्जी मार्केट के पास करीब आठ से अधिक जगहों पर भी लीकेज है, इस कारण यहां हर वक्त पानी जमा रहता है. इससे ठीक करने में नगर निगम व पीएचइडी के अधिकारियों को लोगों ने आवेदन दिया. पर, कार्य क्षेत्र को लेकर नगर निगम व पीएचइडी के अधिकारी अलग-अलग राग अलाप रहे हैं. हालांकि, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम ने 20 दिन पहले दो दिनों में लीकेज ठीक करा लेने की बात कही थी, पर स्थिति जस की तस बनी रही. विगत तीन माह से यह स्थिति है.
ऐसे तो पितृपक्ष मेले में हो जायेगी फजीहत : 17 सितंबर से पितृपक्ष मेले का शुभारंभ होना है. इसे लेकर नगर निगम के कर्मचारी जिस रफ्तार में काम कर रहे हैं, उससे नहीं लगता कि मेला शुरू होने तक कामकाज पूरा हो सकेगा. नगर निगम क्षेत्र में कई जगह लीकेज है. कर्मचारी अधिकारियों को सूचना दे देते हैं कि लीकेज सुधार लिया गया है, लेकिन मौके पर स्थिति कुछ और ही रहती है.