गया: नगर निगम के डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव की पत्नी मनीषा की बिल्डिंग में स्थित स्वर्गलोक जेंट्स पार्लर में चल रहे देह व्यापार के मामले में गुरुवार को सदर एसडीओ सह सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट मकसूद आलम की कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान मनीषा व पार्लर के संचालक अमित कुमार के वकीलों ने मजिस्ट्रेट के सामने दोनों का पक्ष रखा. काफी देर तक अभियोजन व बचाव की दलीलें सुनने के बाद मजिस्ट्रेट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. सदर एसडीओ कार्यालय सूत्र की मानें, तो सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट सोमवार को अपना फैसला सुना सकते हैं.
वार्ड पार्षद के पक्ष पर भी हुई सुनवाई : स्वर्गलोक जेंट्स पार्लर के मामले में वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद ने भी सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में शिकायत की है. गुरुवार को वार्ड पार्षद के वकील ने मजिस्ट्रेट के सामने उनका पक्ष रखा. वकील के अनुसार, वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद ने मजिस्ट्रेट से अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव को नोटिस भेजने तथा स्वर्गलोक जेंट्स पार्लर पार्लर से पकड़ी गयीं महिलाओं व युवती की उम्र निर्धारित कराने की मांग की है.
सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट ने भेजा था नोटिस : कोतवाली थाने के पास स्थित स्वर्गलोक जेंट्स पार्लर में 25 दिसंबर की शाम सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय के नेतृत्व में छापेमारी की. इस पार्लर से पुलिस ने आपत्तिजनक स्थिति में एक युवक व युवती को पकड़ा था. साथ ही, दो अन्य महिलाओं को भी बरामद किया था. पुलिस ने पार्लर के संचालक अमित कुमार उर्फ दुही सहित अन्य लोगों के विरुद्ध देह व्यापार अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस के आग्रह पर सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट ने बिल्डिंग की मालकिन मनीषा, संचालक अमित कुमार सहित अन्य को नोटिस किया था.