7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रोन्नति के लिए आयुक्त से गुहार

गया: चार बार वरीयता सूची का प्रकाशन होने के बाद मिडिल स्कूलों में हेडमास्टरों का पद लंबे से खाली है. स्थिति यह है 99 प्रतिशत स्कूलों में हेडमास्टर नहीं हैं. इस पद को भरने के लिए जिला शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक कृष्ण कांत ने आयुक्त से गुहार लगायी है. उन्होंने शिक्षकों के स्नातक […]

गया: चार बार वरीयता सूची का प्रकाशन होने के बाद मिडिल स्कूलों में हेडमास्टरों का पद लंबे से खाली है. स्थिति यह है 99 प्रतिशत स्कूलों में हेडमास्टर नहीं हैं. इस पद को भरने के लिए जिला शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक कृष्ण कांत ने आयुक्त से गुहार लगायी है. उन्होंने शिक्षकों के स्नातक प्रशिक्षित में प्रोन्नति देने व पदस्थापना करने में अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध अब तक आरोप प्रपत्र ‘क’ गठित नहीं करने पर भी आपत्ति जताते हुए आयुक्त से कार्रवाई का अनुरोध किया है.

प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने डीइओ को आरोप प्रपत्र ‘क’ गठित करने का निर्देश भी दिया है. उन्होंने डीइओ कार्यालय के वैसे दो लिपिकों पर भी आपत्ति जतायी है, जो विरमित होने के बाद भी अपना प्रभार अधिकृत लिपिकों को नहीं सौंपा है. जानकारी के अनुसार, गया जिला प्रारंभिक शिक्षक प्रोन्नति समिति ने 12 नवंबर, 2012 को जिले के प्रारंभिक शिक्षकों को मैट्रिक प्रशिक्षित वेतनमान से स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में प्रोन्नति दी थी.

इसमें भारी अनियमितता बरते जाने की पुष्टि होने के बाद प्राथमिक शिक्षा निदेशक अजय कुमार चौधरी ने 13 अगस्त, 2013 को समिति की पुन: बैठक कर अनियमितताओं को दूर करने व दोषी अधिकारियों के विरुद्ध आरोप प्रपत्र ‘क’ गठित करने का निर्देश डीइओ राजीव रंजन प्रसाद को दिया था. इस आदेश के आलोक में नौ अक्तूबर, 2013 को समिति की बैठक कर प्रोन्नति में बरती गयी अनियमितताओं को दूर कर लिया गया. साथ ही नये सिरे से पोस्टिंग की गयी, पर अब तक दोषी अधिकारियों के विरुद्ध आरोप प्रपत्र ‘क’ गठित नहीं किया जा सका है.

इसी प्रकार मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक (आरडीडीइ) ने जून में ही डीइओ ऑफिस, गया के आठ लिपिकों का ट्रांसफर किया है. आदेश का अनुपालन नहीं होने पर उन्होंने पुन: 27 सितंबर को लिपिकों को स्वत: विरमित होने का निर्देश दिया. इसके बाद डीइओ ने 30 सितंबर को ट्रांसफर किये गये सभी आठ लिपिकों को तत्काल प्रभाव से विरमित कर दिया. बावजूद दो लिपिक अब तक अधिकृत लिपिकों को प्रभार नहीं सौंपा है.

गौरतलब है कि अनधिकृत रूप से वे कार्य भी कर रहे हैं. हालांकि स्थापना शाखा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी श्री हांसदा ने बाध्य होकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक, मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक व जिला पदाधिकारी से नियत संगत कार्रवाई करने का अनुरोध 10 अक्तूबर को ही किया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें