गया: शहर में क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए एसएसपी मनु महाराज द्वारा चलाये गये मोटरसाइकिल चेकिंग अभियान के नाम पर इन दिनों सिपाहियों की खूब चांदी कट रही है. शहर में बगैर हेलमेट पहने मोटरसाइकिल राइड करनेवाले ग्रामीण इलाकों के सीधे-साधे लोगों से सिपाही नाजायज रूप से रुपये वसूल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना का खुलासा बुधवार को हुआ. जिले के सुदूरवर्ती इलाके से शहर में आये दो युवक मोटरसाइकिल से राय काशीनाथ मोड़ के पास गुजर रहे थे.
मोटरसाइकिल चलानेवाला युवक हेलमेट नहीं पहना था. राय काशीनाथ मोड़ के पास तैनात दो सिपाहियों ने दोनों को रोका और उन्हें ट्रैफिक नियम-कानून का पाठ पढ़ाने लगे. उनसे 16 सौ रुपये फाइन मांगा. दोनों युवक सिपाहियों से आरजू करने लगे. इसी दोनों सिपाहियों में एक सिपाही ने उनसे कहा कि आगे जाओ और कुछ देकर पुलिस के चंगुल से रिहा हो जाओ. दूसरा सिपाही दोनों युवकों को आंबेडकर मार्केट के सामने स्थित जिला पर्षद कार्यालय के पास ले गया और उनसे रुपये की वसूली करने लगा.
इसी बीच वहां से गुजर रहे कुछ लोगों की नजर सिपाही की हरकत पर पड़ी. लोगों ने हस्तक्षेप करना शुरू किया, तो सिपाही की पोल खुल लगी. भीड़ में मौजूद लोग सिपाही काे सबक सिखाने के लिए आगे बढ़े, तो वह भागने लगा. लोगों ने पीछा किया, तो वह भाग निकला. हालांकि, घटना के शिकार हुए दोनों युवकों ने थाने में शिकायत नहीं की और अपनी राह पकड़ ली.
..तो दोषी सिपाही की हो सकती है पहचान : मोटरसाइकिल चेकिंग में लगाये गये सिपाहियों को एसएसपी मनु महाराज ने सख्त हिदायत दे रखी है कि अगर नाजायज वसूली की शिकायत मिली, तो दोषी सिपाही को निलंबित कर दिया जायेगा. अगर, ऐसे मामलों में पुलिस के वरीय अधिकारियों की मंशा सही है, तो दोषी सिपाही की पहचान हो सकती है. राय काशीनाथ मोड़ के पास जिन सिपाहियों की ड्यूटी थी, उनका रेकॉर्ड ट्रैफिक थाना या पुलिस लाइन में जरूर होगा. अगर उन सिपाहियों के साथ पुलिस के आलाधिकारी आंबेडकर मार्केट व जिला पर्षद कार्यालय के पास व्यवसाय करनेवाले दुकानदारों से पूछताछ करें, तो दोषी सिपाही की पहचान हो सकती है.