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दो और पॉजिटिव दो नये संदिग्ध भी
अब तक 18 बच्चों की हो चुकी है मौत 25 हुई जेइ पीड़ित बच्चों की संख्या गया : मगध मेडिकल अस्पताल में शनिवार को इनसेफ्लाइटिस के संदिग्ध दो नये मरीज भरती किये गये. इनमें चार वर्षीय नीतीश कुमार की स्थिति चिंताजनक है. वह खिजरसराय थाने के बाना गांव निवासी धर्मेंद्र मांझी का बेटा है. दूसरा […]
अब तक 18 बच्चों की हो चुकी है मौत
25 हुई जेइ पीड़ित बच्चों की संख्या
गया : मगध मेडिकल अस्पताल में शनिवार को इनसेफ्लाइटिस के संदिग्ध दो नये मरीज भरती किये गये. इनमें चार वर्षीय नीतीश कुमार की स्थिति चिंताजनक है. वह खिजरसराय थाने के बाना गांव निवासी धर्मेंद्र मांझी का बेटा है. दूसरा मरीज परैया थाने के पुनाकलां गांव निवासी विनोद मांझी की चार वर्षीय पुत्री आशा कुमारी है. वह खतरे से बाहर बतायी जाती है.
इधर, शनिवार को आयी जांच रिपोर्ट के अनुसार, दो बच्चों के जेइ (जापानी इनसेफ्लाइटिस) से पीड़ित होने की बात कही गयी है. हालांकि, इन दोनों की अस्पताल से छुट्टी की जा चुकी है. इस बात की पुष्टि करते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि बेलागंज थाने के मुबारकपुर गांव निवासी छट्ठू मांझी के सात वर्षीय बेटे व जेइ पॉजिटिव मरीज जीतू कुमार की अस्पताल से 21 अक्तूबर को ही छुट्टी दी जा चुकी है.
दूसरे जेइ पॉजिटिव मरीज व गुरारु थाने के देवकली गांव निवासी बंधन मांझी की आठ वर्षीय पुत्री पूजा की छुट्टी शनिवार(25 अक्तूबर) को की गयी. उन्होंने बताया कि अब तक 106 बच्चे इनसेफ्लाइटिस की चपेट में आचुके हैं.
वर्तमान में अस्पताल के इनसेफ्लाइटिस वार्ड में 16 बच्चों का इलाज चल रहा है. 18 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसमें जेइ के पांच, टायफाइड के एक व सेरिब्रल मलेरिया के दो मरीज शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि अब तक इनसेफलाइटिस की चपेट में आये 106 बच्चों में से 25 के जेइ से पीड़ित होने की पुष्टि की जा चुकी है. इसमें दो बच्चे झारखंड के निवासी हैं.
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