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सोमवार तक साफ होगा मौसम

गया: चक्रवाती तूफान (फैलिन) की वजह से अष्टमी के दिन से मौसम में आयी तब्दीली आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. अष्टमी की देर रात व नवमी को भारी बारिश व तेज हवा के झोंके के कारण लोग घर से निकल भी नहीं पाये. हालांकि, इसका असर हवाई जहाजों की उड़ानों पर नहीं पड़ा. एयरपोर्ट […]

गया: चक्रवाती तूफान (फैलिन) की वजह से अष्टमी के दिन से मौसम में आयी तब्दीली आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. अष्टमी की देर रात व नवमी को भारी बारिश व तेज हवा के झोंके के कारण लोग घर से निकल भी नहीं पाये. हालांकि, इसका असर हवाई जहाजों की उड़ानों पर नहीं पड़ा. एयरपोर्ट स्थित कार्यालय के अनुसार, गया से पूर्व निर्धारित समय पर विमानों ने उड़ान भरी. लेकिन, ट्रैक पर पेड़ गिरने से कई ट्रेनें लेट से चलीं, तो कई के मार्ग बदले गये. कई ट्रेनें रद्द भी कर दी गयीं.

जिले में सैकड़ों पेड़, पौधे गिरे, जिससे सड़क भी जाम हो गयी. कई-कई घंटे वाहनों का परिचालन बाधित रहा. झोंपड़ियों व घरों के गिरने से कई परिवार बेघर भी हुए. विद्युत कार्यपालक अभियंता (शहरी) विनोद प्रजापति के मुताबिक चक्रवाती तूफान के कारण गया में औसतन 18 से 20 घंटे पूरी तरह से बिजली आपूर्ति बाधित रही. इसका मुख्य कारण विभिन्न स्थानों पर 33 व 11 केवीए के तार पर बड़े-बड़े पेड़ों का गिरना रहा. खतरे के मद्देनजर बिजली की आपूर्ति रोक दी गयी थी. मंगलवार की दोपहर तक सभी जगहों पर तार जोड़ कर बिजली सेवा सामान्य कर दी गयी. अष्टमी व नवमी को जेनेरेटर से पंडालों में रोशनी की व्यवस्था की गयी. शहरवासियों को पेयजल किल्लत का भी सामना करना पड़ा.

मौसम विभाग के अनुसार, 13 अक्तूबर से मंगलवार की शाम तक 152.3 मिलीमीटर बारिश हुई है. मंगलवार को 2.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले सोमवार से मौसम पूरी तरह साफ हो पायेगा. बुधवार को हल्की बारिश के अनुमान हैं. अधिकतम तापमान 28 व न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस होने का आनुमान है. गुरुवार को अधिकतम 30 व न्यूनतम 22 डिग्री व दिन भर बारिश होने की संभावना है. शुक्रवार व शनिवार को अधिकतम 32 व न्यूनतम 22 डिग्री, रविवार को अधिकतम 30 व न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो भी बताते हैं कि जिले में धान की फसल का आच्छादन लक्ष्य 1.55 लाख हेक्टेयर था. बारिश नहीं होने से करीब 65 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान के बिचड़े नहीं बोये जा सके. ऐसे में यहां सबसे ज्यादा सूखा का असर है. अगर, बारिश नहीं होती तो जनवरी तक पीने के लिए भी पानी मिलना मुश्किल था. कोंच के कई गांवों में सरकार नलकूप चलाने पर रोक लगा दी गयी थी. बारिश की वजह से धान की फसल को आंशिक नुकसान होने की संभावना है. सर्वे के बाद ही इसका पता चल पायेगा. धान की फसल व गया की सूखी भूमि के लिए लगातार हुई यह बारिश वरदान साबित होगी. सबसे ज्यादा नुकसान सब्जी की फसल व तोरिया को हुआ है. मसूर व चने की खेती के लिए अब देर से बीज लगाये जायेंगे. ज्यादा नमी में उनका जर्मिनेशन नहीं हो पायेगा.

उधर, अतरी प्रखंड की टेटुआ पंचायत के मनोज चौधरी, लोहा चौधरी, वीरेंद्र चौधरी, टेटुआ बाजार के राम वरन यादव, सिद्धेश्वर मांझी, अशोक चौधरी, नंदू माझी, टेटुआ रमना रोड के लोहा चौधरी, नवादा टांड़ के रामजी यादव, कृष्णदेव यादव, दीपु प्रजापत, शिवजी, शिव नंदन यादव, जमालपुर के मोहन यादव, वीरेंद्र यादव, चौभी मांझी, सत्येंद्र मांझी, टेटुआ टांड के शिव नंदन साव, संजय प्रसाद, मिथलेश साव, विजु चौधरी के घर गिर गये. वहीं, धुसरी पंचायत के बारा बिगहा निवासी संजय सिंह व उनकी पत्नी पर दीवार गिर जाने के कारण उनके पैर टूट गये.

इस संबंध में मुखिया ने सीओ को आवेदन दिया है. इस संबंध में सीओ ने बताया कि पूरे गांव के मकानों की जांच के बाद मुआवजा दिया जायेगा. कोंच प्रखंड में भी कई घरों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. कई पेड़ भी गिर गये. प्राप्त जानकारी के अनुसार, परसावां गांव में कई पेड़ गिर गये तथा महेश यादव का मकान क्षतिग्रस्त हो गया. सीओ सत्येंद्र प्रताप मधुकर ने बताया कि आवेदन देने पर कार्रवाई की जायेगी. नगर प्रखंड के कड़ी गांव में पेड़ गिरने के कारण शत्रु राय का मकान क्षतिग्रस्त हो गया. सीओ ने बताया जल्द ही जांच कर मुआवजा दिया जायेगा. उधर, शेरघाटी में रविवार की रात नगर पंचायत के अंतर्गत शुमाली मुहल्ले में कई घर ध्वस्त हो गये. दर्जनों घरों के खपड़ैल व फुस की छत उड़ गये.

हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. पीड़ित नंहकु दास, गणोशी दास, अनिल दास, फेकन दास, गया दास, चंदर दास, रवींद्र दास आदि ने बताया कि रात में लगातार हो रही बारिश से पानी घरों में घुसने लगा और देखते ही देखते दीवारें गिरने लगीं. उन्होंने बताया कि घर के अंदर पड़े सभी सामान नष्ट हो गये. बेघर हुए लोंगो के सामने अब खाने-पीने आवास की समस्या है. स्थानीय विधायक विनोद प्रसाद यादव ने पीड़ित परिवारों से मिल कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. सीओ पवन कुमार एवं बीडीओ हरिशंकर प्रसाद सिंह ने मौके पर पहुंच कर क्षति का जायजा लिया. उन्होंने पीड़ितों में से चार लोंगो को एक-एक क्विंटल अनाज एवं दो-दो हजार रुपये सहायता राशि के रूप में दिये जाने की बात कही.

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