गया:मोक्षभूमि गयाजी तीर्थ में तीर्थयात्रियों के उतरने से इसकी शोभा बढ. गयी है. पितृपक्ष के 17 दिनी र्शाद्धकर्म के दूसरे दिन भादो शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन यहां पहुंचे पिंडदानियों ने गुरुवार को फल्गु नदी घाट पर अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान व तर्पण किये. पिंडदानियों में एक विदेशी के अलावा करीब 50 हजार तीर्थयात्रियों ने पिंडदान किये.
दोपहर बाद गया में तीर्थयात्रियों की संख्या करीब लाख से ऊपर होने की बात पंडों ने बतायी है. शुक्रवार से पखवारे भर चलने वाले मेले का पहला व 17 दिनी र्शाद्ध का तीसरा दिन होगा. इस दिन शहर से करीब सात किलोमीटर दूर प्रेतशिला की पहाड.ी पर ब्रह्मशिला व नीचे ब्रह्मकुंड में पिंडदान व तर्पण का विधान है. इसी के साथ रामशिला, रामकुंड व गदालोल वेदियों पर पिंडदान व तर्पण होगा.
शहर में गुरुवार को भी बिजली की आंख-मिचौनी से न केवल गयावासी, बल्कि तीर्थयात्री भी खासे परेशान रहे. हालांकि, पानी की सप्लाइ शहर में और दिनों की अपेक्षा देर तक व दिन में दो बार सुबह-शाम की गयी. शहर में पुलिसिंग व्यवस्था भी चुस्त दिखाई पडी. बावजूद तीर्थयात्री को लूटने से पुलिस बचा पाने में पहले ही दिन असफल दिखायी दी. विष्णुपद मंदिर में ही एक महिला तीर्थयात्री का बैग काट कर बदमाश पैसे ले उडे.. फल्गु नदी में पानी नहीं होने, झरना व चापाकल की कमी के कारण तीर्थयात्रियों की भीड. स्नान करने के लिए ज्यादा लगी दिखायी दी. यूं गया शहर पितृपक्ष मेला मय हो गया है. मेले में पंडे अपने यजमान को ढूंढते दिखायी दे रहे हैं.