गया: गया जंकशन से शनिवार की सुबह छह बाल श्रमिकों के साथ एक दलाल को पकड़ लिया गया. इन बाल श्रमिकों को हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस से जयपुर के चूड़ी कारखाने में काम करने के लिए ले जाने की तैयारी थी. ‘लक्ष्य’ संस्थान (पटना) के प्रयास से रेल थानाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह ने छह बाल श्रमिकों के साथ दलाल को पकड़ा. बाल श्रमिकों ने बताया कि दलाल मो मुमताज उर्फ राजू ने करीब एक माह से उन लोगों को अपने घर में रखा.
रेल डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि इन बाल श्रमिकों से काम कराने के लिए उनके परिजनों को एडवांस में तीन-तीन हजार रुपये दिये गये थे. श्रमिकों को काम के एवज में प्रति माह तीन-तीन हजार रुपये देने की बात कही गयी थी. उन्होंने बताया कि ‘लक्ष्य’ के डायरेक्टर मनोज कुमार व ऋतु प्रिया के सहयोग से इन्हें पकड़ा गया. इस दौरान श्रम विभाग के पदाधिकारी रवींद्र कुमार मौजूद थे.
बाल श्रमिकों में नालंदा जिले के राजगीर थाने के विस्थापित गांव के निवासी देवनंदन राजवंशी के पुत्र 12 वर्षीय अजय कुमार व 12 वर्षीय टिंकू कुमार, संजय राजवंशी के पुत्र 13 वर्षीय चंदन कुमार, राम शरण राजवंशी के पुत्र 13 वर्षीय नंदय कुमार, जहानाबाद जिले के शकुराबाद थाने के सिकंदरपुर गांव के विनय मांझी के पुत्र 11 वर्षीय लक्ष्मण कुमार व गनौरी मांझी के पुत्र 12 वर्षीय मुकेश कुमार शामिल हैं. सभी बच्चों को देखभाल के लिए रेस्क्यू जंकशन संस्थान को सौंप दिया गया है. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया दलाल गया जिले के नीमचक बथानी थाने के बंडी गांव निवासी मो इसलाम का बेटा मो मुमताज उर्फ राजू (27 वर्षीय) है.