जानकारी के अनुसार, महाबोधि मंदिर के गेट पर तैनात बीएमपी के जवान (संतरी) ने कोलकाता से युवकों को निकास द्वार की बजाय प्रवेश द्वार से मंदिर परिसर में जाने को कहा. इस पर युवकों व तैनात जवान में बहस हो गयी. युवकों का कहना था कि मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद वे लोग वापस लौट रहे थे कि संतरी ने गाली दे दी.
इसका विरोध करने पर बीएमपी के तीन-चार जवानों ने उनकी जम कर पिटाई कर दी. कोलकाता का रहनेवाला युवक नसर नवाज (मूल रूप से गया का रहनेवाला) ने बताया कि पुलिस की पिटाई से उसका बायां हाथ फ्रैक्चर हो गया है. कोलकाता के युवक दानिश राशिद ने बताया कि बीएमपी के जवानों ने पहले गाली दी और वरोध करने पर उनके साथ पिटाई भी की. उधर, घटना के बाद महाबोधि मंदिर के प्रवेश द्वार पर काफी देर तक भीड़ लगी रही.
लोगों ने बीएमपी के जवानों की करतूत की निंदा की. इस बीच मंदिर की सुरक्षा में तैनात डीएसपी बमबम चौधरी ने भी युवकों को समझा कर उन्हें शांत कराया. डीएसपी ने बताया कि युवक गलत रास्ते से महाबोधि मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे. मना करने पर युवक संतरी से उलझ गये. दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी. हालांकि, डीएसपी ने मारपीट में शामिल जवानों पर कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गयी है.