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पूरे शहर को जल्द मिलेगा पानी

गया: गया शहर में वाटर सप्लाइ (पेयजल आपूर्ति) को बेहतर बनाने के लिए 450 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) बिहार सरकार को लोन मुहैया करा रही है. प्रोजेक्ट पर काम शुरू भी हो गया है. बिहार सरकार की एजेंसी बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (बुडको) व एडीबी की […]

गया: गया शहर में वाटर सप्लाइ (पेयजल आपूर्ति) को बेहतर बनाने के लिए 450 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) बिहार सरकार को लोन मुहैया करा रही है. प्रोजेक्ट पर काम शुरू भी हो गया है. बिहार सरकार की एजेंसी बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (बुडको) व एडीबी की ओर से इस प्रोजेक्ट को साढ़े तीन साल पूरा करने पर बात हो रही है.

अभी पहले फेज का काम शुरू होना है, जो गया नगर निगम व बुडको के बीच कागजी समझौते का इंतजार कर रहा है. सितंबर में काम शुरू होने की उम्मीद है.

जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 192 करोड़ रुपये से कई काम होने हैं. इनमें पाइप लाइन का विस्तार, वाटर टैंक व फ्लोरिडेशन प्लांट का निर्माण होना है. नये वाटर टैंक बनाने के लिए हाल के दिनों में बुडको के अधिकारियों ने शहर का दौरा कर स्थल निरीक्षण किया व शहर की स्थिति का जायजा भी लिया. बुडको व जिला प्रशासन के अधिकारियों की मानें, तो आगामी 30 वर्षो में शहर की आबादी को ध्यान में रख कर प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, ताकि पूरे शहर को पानी मुहैया कराया जा सके.
23 को पटना में होगी बैठक : इस प्रोजेक्ट को लेकर 23 जनवरी को पटना के मौर्या होटल में एक बैठक होनी है. बुडको के मैनेजिंग डायरेक्टर द्वारा जारी पत्र में वैसे कॉन्ट्रैक्टरों व ऑपरेटरों को आमंत्रित किया गया है, जो इस प्रोजेक्ट में रुचि रख रहे हैं. बैठक में गया व भागलपुर के प्रोजेक्ट पर बात होनी है. प्रोजेक्ट में गया शहर स्थित 29 वाटर टैंको का जीर्णोद्धार व नये वाटर टैंक बनाने पर चर्चा होगी. साथ ही, पूरे शहर के वाटर सप्लाइ सिस्टम का विस्तृत ब्योरा पेश किया जायेगा. एडीबी जल्द ही दूसरे चरण के काम के लिए भी लोन मुहैया करायेगी. इसलिए बैठक में दूसरे चरण में होने वाले कार्यो की भी जानकारी दी जायेगी.
शहर की मौजूदा स्थिति बेहद खराब : एडीबी ने शहर में वाटर सप्लाइ को लेकर सर्वे भी किया है. कुछ वर्ष पहले किये गये इस सर्वे में बैंक ने माना कि गया शहर गंभीर रूप से पानी की समस्या से जूझ रहा है. लगभग 60 हजार होल्डिंग वाले इस शहर में महज 40 प्रतिशत लोगों को ही सरकारी स्तर पर पानी मुहैया हो पाती है. शेष 60 प्रतिशत लोगों को अपने निजी स्तर पर ही पानी का इंतजाम करना होता है. पिछले 30 वर्षो में शहर में लगभग एक दर्जन नयी कॉलोनियां बन गयी हैं. इससे स्पष्ट है कि शहर की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन पानी सप्लाइ के संसाधनों में कोई बदलाव नहीं आया. मौजूदा हालात ही इतने भयावह हैं, तो जाहिर है कि आनेवाले समय में मुश्किलें और बढ़ेंगी.
गया शहर में बननेवाले वाटर टैंकों के लिए स्थल का चयन कर लिया गया है. विशेषज्ञों भी इसका अध्ययन भी कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट के लिए निगम व बुडको के बीच समझौते की सहमति बनने के बाद पहले फेज का काम जल्द शुरू किया जायेगा. निगम बोर्ड की आगामी बैठक में इस प्रोजेक्ट पर बात हो जायेगी. अगर पूरा प्रोजेक्ट सही तरीके से चला, तो साढ़े तीन साल में पूरा हो जायेगा. इस प्रोजेक्ट के बनने के बाद निश्चिततौर पर पूरे शहर में पानी की समस्या नहीं होगी. पानी के लिए यूजर चार्ज (शुल्क) लिया जायेगा. पानी का शुल्क बाद में तय होगा. प्रोजेक्ट में खास बात यह होगी कि फल्गु से पानी नहीं मिलने की स्थिति में फतुहा (पटना) गंगा से पानी लाने पर भी विचार हो सकता है. डॉ नीलेश देवरे, नगर आयुक्त

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