गया: बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव पर जानलेवा हमले के विरोध में राजद, जदयू व कांग्रेस द्वारा घोषित गया बंद का मंगलवार को मिला-जुला असर रहा.
शहर के जीबी रोड, केपी रोड, गोल पत्थर, टिकारी रोड व गोदाम के इलाके में स्थित दुकानें बंद रहीं. टेंपो को छोड़ अन्य सभी प्रकार की गाड़ियों की आवाजाही शहर की सड़कों पर होती रही. लेकिन, सिकरिया मोड़ स्थित बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा. सुबह-सुबह बस स्टैंड से शेरघाटी अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के लिए खुलनेवाली बसें रवाना तो हुईं, लेकिन दोबारा गया बस स्टैंड नहीं लौट सकीं.
ट्रेनों का परिचालन सामान्य रूप से होता रहा. लेकिन, शहर स्थित चांदचौरा, राजेंद्र आश्रम, कोयरीबाड़ी, दिग्घी तालाब व रेलवे स्टेशन के पास सहित आसपास के इलाके में स्थित दुकानें पूरे दिन खुली रहीं. सुरक्षा के मद्देनजर डीआइजी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव व एसएसपी निशांत कुमार तिवारी सतर्क थे. डीएम संजय कुमार अग्रवाल अपने कार्यालय में सदर एसडीओ मकसूद आलम से शहर में बंद की स्थिति पर हर घंटे की रिपोर्ट लेते रहे.
गुंडागर्दी पर उतरे बुलेट पर सवार युवक : विधायक के समर्थन में बंद को सफल बनाने के लिए मंगलवार की सुबह नौ-10 बुलेट पर सवार युवाओं ने शहर के व्यावसायिक इलाके में जम कर उत्पात मचाया. बुलेट को ड्राइव करने के दौरान हाथ में लाठी-डंडे भांजते हुए व्यवसायियों को धमकी दी. इस दौरान रमना रोड स्थित शिवम तिलकुट भंडार के काउंटर पर युवकों ने हमला कर शीशा तोड़ दिया और दुकानदार को दुकान बंद करने की धमकी दी. इस घटना की जानकारी होते ही जदयू नेता सह वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद ने तुरंत एसएसपी व सिटी एसपी से संपर्क किया और युवकों द्वारा की जा रही गुंडई के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही. इस शिकायत पर सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर नीहार भूषण सहित कई पुलिस पदाधिकारी रमना मुहल्ले पहुंचे, लेकिन पुलिस के आने के पहले सभी युवक से फरार हो चुके थे.
व्यवसायियों ने बंद समर्थकों को दौड़ाया : मंगलवार की दोपहर मोटरसाइकिलों पर सवार युवकों ने टिकारी रोड में बाटा मोड़ के पास खुली हुईं दुकानों के मालिकों को हड़काया. दुकानदारों से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दुकान बंद करने की धमकी दी. इस पर दुकानदारों ने युवकों की हरकत का विरोध किया और उन्हें वहां से खदेड़ा. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली इंस्पेक्टर उदयशंकर सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और दुकानदारों से पूछताछ की.
गांधी मंडप से निकला हजारों समर्थकों का जुलूस : राजद जिलाध्यक्ष प्रो राधेश्याम प्रसाद, जदयू जिलाध्यक्ष अभय कुशवाहा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चिरागुद्दीन रहमानी व जदयू महानगर अध्यक्ष राजू वर्णवाल के नेतृत्व में जुलूस निकला. विधायक के समर्थन में गांधी मंडप से बाटा मोड़, टिकारी रोड, गोल पत्थर व कोतवाली थाना होते गांधी चौक पहुंचा और वहां सभा की. वहां से जुलूस जीबी रोड, पीर मंसूर, एसएसपी कार्यालय, डीआइजी कार्यालय, कोर्ट व राय काशीनाथ मोड़ होते शहर के विभिन्न गलियों में घूम-घूम कर बंद को सफल बनाने की अपील की. जुलूस को नियंत्रित करने के लिए सदर एसडीओ मकसूद आलम, सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर नीहार भूषण, सहित कई पुलिस पदाधिकारी सड़कों पर घंटों घूमते रहे.
दुकानदारों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल कर सजा दिलाने की मांग: जुलूस में शामिल राजद, जदयू व कांग्रेस के नेताओं ने विधायक पर जानलेवा हमले के आरोपित श्रीराम तिलकुट भंडार के दुकानदार धीरेंद्र कुमार केसरी व उसके भाई के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलाने की मांग की. साथ ही, विधायक को 24 घंटे पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था देने की मांग की.
तोड़-फोड़ कर दहशत फैलाने की कोशिश
सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा है कि बंद के दौरान तोड़-फोड़ कर शहर में दहशत फैलाने की कोशिश की गयी है. घटना को जरूरत से अधिक तूल दिया गया. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मंगलवार को शहर की स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक की. बैठक में व्यापारियों ने बंद को अनावश्यक बताया. चैंबर के सदस्यों ने कहा कि बंद समर्थकों ने आम लोगों के साथ जबरदस्ती व तोड़-फोड़ कर लोगों के बीच दहशत पैदा करने की कोशिश की है. इससे व्यापारियों व आम लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है. चैंबर ने पूरी घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. चैंबर के महासचिव राजेश प्रसाद ने कहा कि पुलिस को व्यवसायी द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी पर भी कार्रवाई करनी चाहिए. बैठक में चैंबर के अध्यक्ष डीके जैन, नवनिर्वाचित महासचिव गोवर्धन प्रसाद वर्णवाल, कौशलेंद्र प्रताप, आलोक नंदन, अनूप केडिया, प्रमोद कुमार भदानी, ओम प्रकाश सेठ, अरविंद कुमार, शिरीष प्रकाश, विपेंद्र अग्रवाल, संजय भारद्वाज, धीरज जैन, उमेश कुमार गुप्ता, अशोक लोहानी व विनोद मित्तल समेत कई लोग शामिल थे.