बोधगया: मगध विश्वविद्यालय मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारियों व पदाधिकारियों को अपने कार्यकलापों का हिसाब देना होगा. मुख्यालय स्थित विभिन्न शाखाओं में कार्यरत शिक्षकेतर कर्मचारियों व पदाधिकारियों की समस्याएं भी सुनी जायेंगी.
चार मई को आयुक्त सह कार्यकारी कुलपति आरके खंडेलवाल यहां कार्यरत सभी कर्मचारियों के बारे में अवगत होंगे व यह भी सुनिश्चित की जायेगी की कौन सी शाखा में काम का कितना दबाव है. मुख्यालय में काम कर रहे विभिन्न विभागों के कर्मचारी कब से और क्या कार्य करते हैं.
इसकी जानकारी लेने के लिए कार्यकारी वीसी ने टास्क दिया है कि कार्यरत सभी कर्मचारी तीन मई तक अपने कार्यकलापों की जानकारी प्रस्तुत कर दें. इसके बाद चार मई को उसे स्लाइड के माध्यम से देख जायेगा. मगध विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ एमएस इसलाम ने बताया कि राजभवन से एक निर्देश आया है, जिसमें यह कहा गया है कि विश्वविद्यालय में कोई भी निर्णय नियम व परिनियम से बाहर जाकर नहीं लिया जायें यह सुनिश्चित होना चाहिए.
उन्होंने बताया कि कुलाधिपति ने निर्देश दिया है कि सक्षम प्राधिकारों के बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार ही काम होना चाहिए. साथ ही शैक्षणिक कैलेंडर को लागू करने, समय से परीक्षा आयोजित करने के अलावा हर साल दीक्षांत समारोह का आयोजन कराना तय किया जाये. लेकिन, उसके लिए कुलाधिपति के आदेश जरूरी है. पीआरओ ने बताया कि कार्यकारी कुलपति ने विभिन्न शाखाओं में रखी गयी फाइलों को सुव्यवस्थित, साफ-सुथरी रखने व यत्र-तत्र गंदगी नहीं फैलाने का निर्देश जारी किया है.
उन्होंने बताया कि कुलाधिपति व कुलपति के आदेश को लेकर मंगलवार को प्रतिकुलपति डॉ नंदजी कुमार के कक्ष में एक बैठक की गयी. इसमें सभी विभागों में पदाधिकारियों को उक्त बाबत अवगत कराया गया व तीन मई तक सभी कर्मचारियों से उनकी प्रस्तुति की मांग की गयी है, ताकि चार मई को कार्यकारी वीसी के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके.