गया: मगध विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों में शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव जारी है. हालांकि, चुनाव करा कर सूची जमा करने की अंतिम तिथि 13 जून निर्धारित थी. लेकिन, विवि के नियंत्रण में संचालित संबद्ध कॉलेजों की अलग-अलग समस्याओं के कारण कम ही कॉलेजों में चुनाव पाया. विवि के कर्मचारियों की आमसभा होने के कारण कितने कॉलेजों में चुनाव हुआ, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है.
जबकि राज भवन का जल्द से जल्द चुनाव कराने का स्पष्ट आदेश है. विवि सूत्रों ने बताया कि राज भवन के निर्देश के अनुसार शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कराने के बाद कॉलेजों में शीघ्र शासी निकाय का गठन करना है. ज्ञातव्य हो कि विवि के नियंत्रण में 100 से अधिक कॉलेज चल रहे हैं.
इक्का-दुक्का को छोड़ दें, तो अधिकतर कॉलेजों में कुछ न कुछ विवाद है. इस कारण विवि से जारी पत्र प्रधानाचार्य तक नहीं पहुंच पाते. परिणामस्वरूप विवि के आदेश का पालन समय पर नहीं हो पाता. इस कारण कॉलेज प्रशासन के साथ ही साथ विवि प्रशासन की भी परेशानी बढ़ जाती है. विवि प्रशासन या कॉलेज प्रशासन को किसी न किसी रूप में समझौता करना पड़ता है. इसी उद्देश्य से अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन को ध्यान में रख कर निर्देश में कुछ हेर-फेर भी करना पड़ता है.
मगध विवि के महाविद्यालय निरीक्षक विज्ञान डॉ शैलेंद्र कुमार व महाविद्यालय निरीक्षक (कला व वाणिज्य) डॉ जयराम प्रसाद ने बताया कि यूजीसी के मापदंड के अनुसार शिक्षक के लिए उच्च द्वितीय क्लास अर्थात स्नातकोत्तर में कम से कम 55 प्रतिशत अंक जरूरी है. विधिवत नियुक्ति, पदभार ग्रहण व सेवा संपुष्टि का पत्र जारी कर दिया गया हो.
दोनों अधिकारियों ने बताया कि इस निर्धारित मापदंड पर खरा नहीं उतरनेवाले शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कराने के लिए मतदाता भी नहीं बन सकते. इस मापदंड के अनुसार चुनाव नहीं करानेवाले कॉलेज के प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. हालांकि, कुछ जानकारों का कहना है कि इस मापदंड को प्रमुखता के आधार पर लागू करने पर बहुत शिक्षक मतदान से वंचित रह जायेंगे.