गया: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के माना गांव से अपने पूर्वजों का पिंडदान करने आये रंजन कुमार मिश्र नामक एक गूंगे यात्री को लुटेरों ने लूट लिया. पता चला है कि गुरुवार की रात वह दून एक्सप्रेस से गया जंकशन पर उतरा. जंकशन पर कुछ लुटेरे अपने को पंडाजी बता कर उसे ले जा रहे थे.
लुटेरों ने रास्ते में ही उसके साथ लूटपाट की. उसके शरीर पर एकमात्र गमछी बची थी. उसने पुलिस को लिख कर बताया है कि वह लुटेरों को देख कर उसे पहचान लेगा.
उसने बताया कि बदरीनाथ में आयी त्रसदी में उसके पिता अशोक मिश्र, मां, पत्नी व बच्चे बह गये. वह परिवार का इकलौता जीवित सदस्य है. उसने अपनी लिखावट में प्रशासन, बिहार सरकार व गया के लोगों को काफी कोसा है. यात्री के साथ हुई लूटपाट के बारे में लोगों ने पुलिस व पंडाजी को सूचित किया. सूचना मिलने पर पंडाजी राजेंद्र सिजुआर ने उसका पिंडदान कराया. साथ ही, कपड़ा समेत उत्तराखंड वापस जाने के लिए किराये का इंतजाम करने का आश्वासन दिया. इधर, जिला प्रशासन भी इस मामले को लेकर काफी गंभीर था.