गया: एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बुधवार को अपने कार्यालय में शहरी थानों के इंस्पेक्टरों के साथ बैठक कर उन्हें सोशल पुलिसिंग का पाठ पढ़ाया. एसएसपी ने कहा कि पब्लिक से बेहतर संबंध बनाये रखने के लिए पुलिस पदाधिकारी मृदुभाषी बनें.
एसएसपी ने कहा कि थाने में कोई पीड़ित आता है, तो उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है. उक्त व्यक्ति अपनी पीड़ा से ज्यादा पुलिस के व्यवहार से दु:खी हो जाता है. ऐसी शिकायतें आये दिन उन्हें मिलती हैं.
ऐसा व्यवहार गलत है. थाने में शिकायत लेकर आने वाले व्यक्ति से आराम से बात करें. उसकी पीड़ा सुनें. हमारा अनुभव है कि प्रेम से पीड़ित की शिकायत सुन ली जाये, तो उसकी आधी पीड़ा समाप्त हो जाती है. उन्होंने कहा कि शिकायतों की तुरंत जांच करायें. अगर शिकायत सही पायी जाती हैं, तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करें.
कोशिश हो कि थाना स्तर से ही पीड़ित की शिकायतें दूर हो जायें. पब्लिक व पुलिस के बीच अच्छे संबंध होने से बेहतर परिणाम मिलेंगे. कई घटनाओं से जुड़ी खुफिया जानकारी पब्लिक से मिलेगी. इन जानकारियों के आधार पर कार्रवाई करने में सहूलियत होगी. बैठक में एसएसपी ने हाल के दिनों में शहर में हुए आपराधिक घटनाओं की समीक्षा की और उन मामलों पर अबतक की कार्रवाई की पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सेंट्रल जेल से रिहा होनेवाले शातिर व कुख्यात अपराधियों पर नजर रखें. रात में पैट्रोलिंग के समय उन अपराधियों का भौतिक सत्यापन करायें. इस बात की जानकारी रखें कि वह जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद क्या कर रहा है. कहीं वह फिर से अपराध की दुनिया से संबंध तो नहीं रख रहा है. अगर ऐसी बात निकली, तो उसकी जमानत रद्द कराने के लिए न्यायालय में आवेदन दें. एसएसपी ने कहा कि शातिर व कुख्यात अपराधियों को संरक्षण देने वालों पर भी कठोर कार्रवाई होगी.