गया : शहर की एपी कॉलोनी (मकान नंबर-343) में रहनेवाले पेशकार प्रमोद सिंह के बेटे राजा सिंह (32 वर्ष) की अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी. इस मामले की गुत्थी रामपुर पुलिस ने सुलझा ली है. एक अपहर्ता को गिरफ्तार किया गया है. उसकी पहचान मगध मेडिकल थाने के गोपी बिगहा के रहनेवाले छोटे लाल यादव के बेटे पवन यादव के रूप में हुई है.
रविवार की शाम पुलिस ने पवन यादव को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां से उसे सेंट्रल जेल भेज दिया गया. सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि गत 14 जनवरी की रात राजा सिंह का अपहरण किया गया था. अपहर्ताओं ने उसी रात पीट-पीट कर राजा की हत्या कर दी और शव को चंदौती थाना क्षेत्र के एफसीआइ गोदाम के पास तालाब में फेंक दिया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार पवन यादव की निशानदेही पर पुलिस ने उन सभी स्थानों का जायजा लिया, जहां-जहां राजा को ले जाया गया.
पटना से आयी फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम ने घटनास्थलों से राजा सिंह की हत्या से संबंधित साक्ष्य जमा किये. सिटी डीएसपी ने बताया कि अब पुलिस मामले के मुख्य आरोपित रामपुर थाने के शास्त्री नगर मुहल्ले के रोड नंबर-एक निवासी राम स्वरूप यादव के बेटे योगी यादव और रोड नंबर-छह निवासी बच्चू प्रसाद के बेटे ब्रजेश कुमार उर्फ ब्रजेश दयाल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है.
पहले पति के साथ बैठ कर शराब पी फिर उन्हें अपने साथ लेते गये
रामपुर थाने के इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता ने बताया कि पत्नी किरण सिंह ने राजा सिंह के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें उसने बताया था कि 14 जनवरी की रात10:30 बजे योगी यादव व ब्रजेश यादव उनके घर आये और पति के साथ शराब पी. रात 11 बजे दोनों पति को लेकर घर से बाहर चले गये. इसके बाद से वह घर नहीं लौटे. इंस्पेक्टर ने बताया कि योगी व ब्रजेश के साथ राजा शहर में जमीन खरीद-बिक्री का कारोबार करता था. योगी का सहयोगी पवन यादव है. राजा का अपहरण कर हत्या करने की साजिश योगी व ब्रजेश ने रची थी. दोनों ने पवन की मदद से राजा की हत्या कर शव तालाब में फेंक दिया.