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कहीं हेडमास्टर गायब मिले, तो कहीं शिक्षक और स्टूडेंट्स

अनुपस्थित शिक्षकों के एक दिन के वेतन भुगतान पर लगायी गयी रोक गया : कहीं स्कूल की बिल्डिंग है, तो स्टूडेंट्स नहीं. कहीं स्टूडेंट्स हैं, तो उन्हें पढ़ाने को शिक्षक नहीं. कहीं शिक्षक हैं, तो उन्हें मॉनीटरिंग करने के लिए हेडमास्टर नहीं. उक्त बातें गुरुवार को मीडिया से बातचीत करने के दौरान अनायास ही बोल […]

अनुपस्थित शिक्षकों के एक दिन के वेतन भुगतान पर लगायी गयी रोक

गया : कहीं स्कूल की बिल्डिंग है, तो स्टूडेंट्स नहीं. कहीं स्टूडेंट्स हैं, तो उन्हें पढ़ाने को शिक्षक नहीं. कहीं शिक्षक हैं, तो उन्हें मॉनीटरिंग करने के लिए हेडमास्टर नहीं. उक्त बातें गुरुवार को मीडिया से बातचीत करने के दौरान अनायास ही बोल पड़े जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) असगर आलम खां. डीपीओ ने बताया कि मगध आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव के निर्देश पर गया शहर व बोधगया में स्थित चार-पांच स्कूलों की जांच में दीपक तले ही अंधेरा वाला मामला प्रकाश में अाया.
उन्होंने कहा कि शहरी इलाके में स्थित है गौरी कन्या हाइस्कूल जेल प्रेस. स्कूल से हेडमास्टर ही गायब हैं. जब वही लापता हैं, तो फिर स्वाभाविक है कि उनके अधीनस्थों का भी वैसा ही हाल होगा. 10:04 बजे कोर कमेटी की टीम उक्त स्कूल में पहुंची, तो हेडमास्टर व लिपिक सहित 12 शिक्षक अनुपस्थित मिले. हेडमास्टर की करतूत देखिये, बच्चों की उपस्थिति पहली घंटी के बजाय दोपहर बाद बनायी जाती है. हेडमास्टर ने अपनी मनमर्जी के अनुसार ही नियम बना डाला. स्कूल से गायब रहनेवाले हेडमास्टर सहित 12 लोगों का एक दिन के वेतन भुगतान पर फिलहाल रोक लगा दी गयी है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है.
डीपीओ ने बताया कि ज्ञानस्थली के रूप में बोधगया देश-दुनिया में विख्यात है. लेकिन, बोधगया स्थित प्लस टू हाइस्कूल बोधगया का हाल भी अजीबोगरीब था. गया-बोधगया रीवर साइड से स्कूल देखने में बहुत सुंदर दिखाई देता है, लेकिन, स्कूल के अंदर प्रबंधन व्यवस्था बिल्कुल खराब दिखी. दोपहर 2:40 बजे स्कूल में एक भी क्लास में स्टूडेंट्स नहीं थे. स्कूल परिसर में 10 स्टूडेंट्स थे भी, तो वे खेल रहे थे. कई शिक्षक व लिपिक गायब मिले. प्रभारी हेडमास्टर द्वारा बताया गया कि हेडमास्टर अवकाश पर हैं. कार्यालय में रखे अलमारी की चाबी हेडमास्टर के पास होने के कारण वह किसी प्रकार का दस्तावेज दिखाने में असमर्थ दिखे.
उन्होंने बताया कि इस स्कूल से अनुपस्थित लिपिक सहित शिक्षकों के एक दिन के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गयी. डीपीओ ने बताया कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह. उन्होंने बताया कि बोधगया से लौटने के क्रम में दोपहर बाद 3:16 बजे कोर कमेटी की टीम प्राथमिक विद्यालय केंदुआ पहुंची. स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापक स्कूल परिसर को बंद कर वहां से निकलने वाली थी. उन्हें रोका गया और स्कूल के कमरों में लगे तालों को खुलाया गया और स्कूल परिसर का जायजा लिया गया. उन्होंने बताया कि 3:42 बजे कोर कमेटी की टीम मध्य विद्यालय केंदुई पहुंची, तो स्कूल ही बंद मिला
. डीपीओ ने बताया कि इन दोनों विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापक व शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और इनके विरुद्ध कार्रवाई को लेकर विद्यालय अवर निरीक्षक को निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस दौरान बोधगया स्थित प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय का निरीक्षण दोपहर 1:45 बजे किया गया. इस दौरान वहां छात्राओं की संख्या कम दिखी. साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था में कमी दिखी.
गांवों के स्कूलों में भी निरीक्षण में कई शिक्षक मिले गायब : खिजरसराय प्रखंड के संकुल संसाधन केंद्रों में चल रही प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में चल रहे कॉपी के मूल्यांकन कार्य के निरीक्षण के क्रम में संकुल संसाधन केंद्र विन्दोल और संकुल संसाधन केंद्र मूसेपुर का निरीक्षण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जनार्दन चौधरी ने किया. संकुल केंद्र विन्दोल में 10 बजे संकुल समन्वयक सुनील कुमार सहित 19 शिक्षक अनुपस्थित थे. वहीं, संकुल संसाधन केंद्र मूसेपुर में 10 शिक्षक अनुपस्थित पाये गये. इस मामले में अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की जायेगी.

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