समस्या . नगर में नहीं शुरू हो सका पांच नालों का निर्माण
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समस्या . नगर में नहीं शुरू हो सका पांच नालों का निर्माण योजनाओं पर बहस करने में ही बीत गया वार्ड पार्षदों का कार्यकाल दरभंगा : जलजमाव से नगर को मुक्ति दिलाने के लिए चार बड़े नालों का निर्माण किया जाना था. प्रस्तावित कई बड़े नाले में नगर के छोटे-छोटे नाले को जोड़ा जाता. निगम […]
योजनाओं पर बहस करने में ही बीत गया वार्ड पार्षदों का कार्यकाल
दरभंगा : जलजमाव से नगर को मुक्ति दिलाने के लिए चार बड़े नालों का निर्माण किया जाना था. प्रस्तावित कई बड़े नाले में नगर के छोटे-छोटे नाले को जोड़ा जाता. निगम का पंचवर्षीय कार्यकाल समाप्त हो गया. योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी. पांच साल तक इन नालों के निर्माण को ले खूब बहस हुई.
नाला निर्माण के फायदे गिनाये गये. विशेषज्ञों ने सर्वे कर बताया कि इसके निर्माण से शहर में जलजमाव की समस्या समाप्त हो जाएगी. किसी नाले का डीपीआर बना तो किसी का बनना बांकी है. कहीं के लिए पैसा खाते में पड़ा है, तो किसी योजना का पैसा कहीं और खर्च करने के लिए भेज दिया गया. निवर्तमान पार्षदों को यह कसक बनी रह गयी, कि उनके कार्यकाल में जलनिकासी की समस्या का समाधान नहीं हो सका.
अभी शहर के इन जगहों से होती है जलनिकासी : जल निकासी की वर्षों पूर्व बनायी गयी योजना के भरोसे ही निगम अबतक चल रहा है.
जलनिकासी रुकी: 23 नंबर गुमटी से छपरार घाट तक का जलनिकासी मार्ग कई जगहों पर अबरूद्ध हो चुका है. एक दूसरा नाला कंगवा गुमटी होते हुए कमला नदी तक जाता है.
इसकी भी हालत कुछ ठीक नहीं है. लहेरियासराय के वाटरवेज बंबइया चौक होते हुए चट्टी चौक से कमला नदी तक जाता है. इसके अलावा नगर में दर्जनों छोटा नाला बागमती नदी में गिरता है. वहीं कई नाला गंदे पानी को हराही, गंगासागर तथा दिग्घी आदि तालाबों में खुलता है.
यहां होना था निर्माण
जल निकासी को ले दोनार रेलवे गुमटी से धोई घाट स्थित टिनही पुल तक करीब आइ करोड़ रुपये की लागत से नाला का निर्माण किया जाना था. निगम ने कलवर्ट बनाने को ले रेलवे को 55 लाख तीन हजार 95 रूपया दे भी दिया. वहीं डीपीआर बनाने के लिए विभागीय एजेंसी को चार साल पूर्व 16 लाख रुपये का भुगतान किया गया. इतने दिनों के बाद जाकर अब बताया जा रहा है कि एजेंसी सर्वे का कार्य प्रारंभ की है.लहेरियासराय के गायत्री मंदिर से विद्यापति स्कूल तक 1.57 करोड़ रुपये से नाला का निर्माण होना है. खान मोटर गैराज से खान चौक तक 95 लाख रुपये की लागत से नाला का निर्माण किया जाएगा.
यह पैसा तीन साल से खाते में पड़ा है. खानचौक पुल से रहमगंज पुल तक भी नाला निर्माण की बात कही जा रही है. इसके लिए 38 लाख रूपया उपावंटित किया जा चुका है. हसनचक से पुअर होम तक एक करोड़ 10 लाख की लागत से नाला का निर्माण होना है. बताया जाता है कि इस मद में आवंटित पैसा को दूसरे इलाके में भेज दिया गया. वहीं वार्ड संख्या- 15-16 में जल निकासी के लिए करीब 60 लाख रुपये से नाला का निर्माण होना था. यह योजना भी धरातल पर नहीं उतर सकी.
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