मधुबनी के इिलयास की दरभंगा के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
Advertisement
बिल में पुराने नोट दिये तो जब्त किया शव
मधुबनी के इिलयास की दरभंगा के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत दरभंगा : निजी नर्सिंग होम में बुधवार की रात इलियास (45) की मौत हो गयी. शव को ले जाने के लिए काउंटर पर परिजन राशि जमा करने गये. एक लाख रुपये जमा तो हो गया, लेकिन उनके पास शेष 13 हजार रुपये के […]
दरभंगा : निजी नर्सिंग होम में बुधवार की रात इलियास (45) की मौत हो गयी. शव को ले जाने के लिए काउंटर पर परिजन राशि जमा करने गये. एक लाख रुपये जमा तो हो गया, लेकिन उनके पास शेष 13 हजार रुपये के 1000 और 500 के पुराने नोट थे. परिजन पुराने नोट जमा करने गये, तो काउंटर कर्मी ने लेने से इंकार कर दिया. इसके बाद नर्सिंग होम प्रशासन ने शव को जब्त कर लिया. परिजनों के गुहार पर भी नर्सिंग होम प्रबंधन नहीं पसीजा. हार कर परिजनों ने गुरुवार को एसडीपीओ दिलनवाज अहमद को आपबीती सुनाई. एसडीपीओ के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को शव िमला.मधुबनी के लौकहा गांव निवासी अब्दुस सकूर के बेटे इलियास को 24 नवंबर को आरबी मेमोरियल में भर्ती कराया गया
बिल में पुराने…
लेिकन बुधवार को इिलयास का िनधन हो गया. इलाज के दौरान अस्पताल का बिल एक लाख से अधिक हो गया था. परिजनों ने उपचार के दौरान 50, 100 और 2000 के नोट से एक लाख रुपये भुगतान िकया. शव को ले जाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे. सगे संबंिधयों से उधार मांगा तब पुराने 500 और 1000 के नोट िमले. इन्हीं रुपयों को लेकर परिजन इिलयास का शव लेने के िलए नर्सिंग होम पहुंचे, लेिकन वहां पुराने नोट लेने से इनकार कर िदया. अस्पताल प्रशासन से आग्रह और मान मनौव्वल किया गया, लेकिन उनकी एक न चली. पुिलस ने हस्तक्षेप िकया तो नर्सिंग होम प्रबंधन इस बात पर तैयार हुआ िक हम नये नोट ही लेंगे इसके िलए इिलयास के परिजनों को िलख कर देना होगा. जब परिजनों ने बकाया रकम नये नोट में चुकाने की बात िलखकर दी तब गुरुवार को 12.30 बजे दिन में इिलयास का शव सौंपा गया. परिजनों ने बताया कि एक तो उनके आदमी की मौत हो गयी और पुराने नोट रहते शव को ले जाने नहीं दिया.
एसडीपीओ ने िकया हस्तक्षेप
नये नोट देने के आश्वासन पर माना नर्सिंग होम प्रबंधन
बुधवार को िनधन हुआ, गुरुवार को िदया शव
पुराने नोट लेने की है मनाही
आरबी मेमोरियल के डॉ राजीव कुमार ने बताया कि निजी अस्पताल में पुराने नोट नहीं लेने का सरकार का आदेश पहले से ही जारी है. बावजूद अंतिम बिल चुकता के समय मरीज पुराना नोट जमा करने को कह रहा था. नोट नहीं देने पर शव जब्त नहीं किया गया है. सिर्फ कहा गया कि पुराने नोट की जगह नये नोट काउंटर पर जमा कर दें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement