दरभंगा : डीएमसीएच के फरार डाक्टरों पर अब लगाम लगेगी. इसको लेकर प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा ने दो दिन पूर्व तीन विभागों के एचओडी को यह आदेश दिया है. इसमें सर्जरी, मेडिसिन और रेडियोलॉजी विभाग शामिल है. आदेश में कहा गया है कि इन तीनों विभागों के सभी डाक्टरों का एटेन्डेंस सेंटरलाइज्ड होगा.
यह सेंटरलाइज्ड की व्यवस्था प्राचार्य कार्यालय में होगी.यह व्यवस्था 15 दिसंबर से लागू होगी. सेंटरलाइज्ड हस्ताक्षर कार्य दिवस के हरेक दिन सुबह 9 से 1 बजे तक निर्धारित रहेगी. इसमें कोताही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
इस आदेश को लेकर फरार डाक्टरों में हड़कंप मच गया है. ऐसे डाक्टर अभी से ही फरार रहने का अन्य नुस्खे खोजने में लग गये हैं. जानकार सूत्र बताते हैं कि इन विभागों के कई डाक्टर दरभंगा के आसपास के जिलों से एक सप्ताह और एक पखवाड़ा में एक दिन ड्यूटी पर आते हैं. उस दिन ही इस बीच ड्यूटी से गायब ड्यूटी का हस्ताक्षर बनाकर चले जाते हैं. इसमें ऐसे भी कई डाक्टर हैं जिनका हस्ताक्षर उपस्थिति पंजी पर फर्जी भी बनता है.
स्वास्थ्य विभाग को यह भी सूचना मिली है कि कई डाक्टरों ने सरकारी आवास आवंटित करा लिया है. लेकिन ऐसे डाक्टर अन्य जिलों से यहां आकर कभी-कभार ड्यूटी करते हैं. सरकार को यह भी शिकायत मिली है कि स्थानीय स्तर पर अधिकांश डाक्टरों का नर्सिंग होम चलाते हैं. नाम के लिए हस्ताक्षर यहां और ड्यूटी अपने नर्सिंग होम में करते हैं.
इसमें अधिकांश डाक्टरों का नर्सिंग होम और क्लिनिक डीएमसीएच के चारों ओर खुले हैं. इसमें जांच घर भी शामिल है. प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि यह शिकायत स्वास्थ्य विभाग और उनके पास भी आयी है कि अधिकांश मरीजों का उपचार समय पर नहीं होता है.