दरभंगा :बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बरहेत्ता निवासी रिक्शा चालक लाल बाबू की नाबालिग पुत्री को बरगला कर दिल्ली ले जाने तथा वहां पर उसके साथ अमानवीय व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है. लड़की से वहां नौकरानी का काम लिया जा रहा था. उसके शरीर को कई जगह लोहा गर्म कर दाग दिया गया. 13 अगस्त को लड़की को घर के निकट पहुंचा कर आरोपित फरार हो गये. बेटी की हालत से परेशान पिता दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर भटक रहे हैं.
बहादुरपुर थानाध्यक्ष ने पीड़ित के अभिभावक को लहेरियासराय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा. वहीं लहेरियासराय थाना अध्यक्ष थाना क्षेत्र बहादुरपुर बताते हुए प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर दिया. परेशान पिता ने सिटी एसपी से मिलकर फरियाद सुनाई. सिटी एसपी ने महिला थाना से संपर्क करने को कहा. लाल बाबू का कहना है कि महिला थाना में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. लाल बाबू ने बताया कि बाकरगंज लोहिया चौक निवासी मो. लड्डन की पत्नीउनकी पत्नी चौका बर्तन करती थी. पत्नी का देहांत होने के बाद पिंकी खातून उनकी बेटी के भविष्य को लेकर चिंता जतायी.
उनकी सहानुभूति देख 25 अगस्त, 2018 को पिंकी के हवाले उन्होंने अपनी बेटी को कर दिया. कुछ दिन पिंकी ने उनकी बेटी को अपने साथ रखा फिर बिना बताये मधुबनी के मधेपुर निवासी अपने रिश्तेदार जकीउर की पत्नी के हवाले कर दिया. कुछ दिन मधुबनी में रहने के बाद रिंकी खातून बेटी को नयी दिल्ली के सलीम बाग ले गयी. वहां उसके साथ खराब व्यवहार किया जाने लगा. छोटी गलती पर भी सब्जी काटने वाली छुरी हाथ में चुभो दी जाती थी.
एक बार पीड़िता ने फेसवास लगा ली तो उसका दायां और बायां गाल जख्मी कर दिया गया. घर में सही से पोछा नहीं लगाने पर सीना में छुरी से जख्म कर दी. इससे भी गुस्सा ठंडा नहीं हुआ तो गैस चूल्हा पर छोलनी गर्म कर शरीर के संवेदनशील भागों को जला दिया.