पीएचइडी की लापरवाही फिर आयी सामने
दरभंगा : शहरी जलापूर्ति योजना के प्रति लापरवाह पीएचइडी ने डीएम डॉ त्यागराजन एसएम की आंखों में भी धूल झोंकने की कोशिश की है. शहर के खराब चापाकलों को मरम्मत किये बगैर दुरूस्त कर दिये जाने की गलत सूची भेज दी है. पीएचइडी की ओर से मरम्मति किये गये 41 चापाकलों की क्रास चेकिंग के दौरान इसका खुलासा हुआ है. डीएम के निर्देश पर नगर निगम ने भौतिक सत्यापन कर रिर्पोट भेजा है.
सूत्रों की मानें तो डीएम ने 10 चापाकलों का सैंपल टेस्ट करने का निर्देश दिया था, जिस आलोक में दो दर्जन के करीब चापाकलों का स्थल निरीक्षण कर निगम ने वस्तुस्थिति से डीएम को अवगत करा दिया है. सनद रहे कि करीब 14 साल बीतने के बाद भी शहरी जलापूर्ति योजना को पीएचइडी ने पूरा नहीं किया है. इस विभाग के पदाधिकारी अपने दायित्व के प्रति कितने संजीदा हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पेयजल से संबंधित बैठक में शायद ही कभी इनकी सहभागिता होती है.
फोन करने के बावजूद पदाधिकारी बात तक नहीं करते. यही कारण है कि पूर्व नगर आयुक्त वीरेंद्र प्रसाद ने डीएम से इस बावत शिकायत भी की थी, लेकिन इस विभाग के आला से लेकर सामान्य पदाधिकारियों की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा. हद तो यह कर दी कि जनहितैषी योजनाओं के प्रति कड़े तेवर के लिए चंद दिनों में ही जिलावासियों के बीच अपनी अलग पहचान बना चुके डीएम डॉ एसएम को ही गलत रिपोर्ट सौंप दी.
तीन बिंदुओं पर की जांच : विभागीय सूत्र के अनुसार पीएचइडी की ओर से सौंपे गये रिपोर्ट की सच्चाई जानने के लिए ही डीएम ने नगर निगम को सेंपल टेस्ट करने का निर्देश दिया. पीएचइडी की ओर से मरम्मति की गयी चापाकलों की सूची निगम को उपलब्ध कराते हुए तीन बिंदुओं पर भौतिक सत्यापन करने को कहा. इस आलोक में नगर आयुक्त डॉ रवीन्द्र नाथ ने अमीन नंदन मिश्र, मो. आबिद व राजकमल झा को अधिकृत करते हुए सत्यापन कर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया. तीन बिंदुओं में स्वयं चलाकर देखने, आसपास के लोगों से जानकारी लेने व चापाकल की वर्त्तमान स्थिति की जिओ टैग तस्वीर देने का निर्देश दिया गया था.
जलसंकट के निदान को डीएम गंभीर : असमय जलसंकट से जूझ रहे शहरवासियों की इस समस्या का समाधान करने के लिये डीएम डॉ एसएम गंभीर हैं. समाधान के लिये पार्षदों व संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वयं स्थल का जायजा लेकर कार्रवाई करने के लिये कड़े निर्देश भी दिये थे. निर्देश पर एजेंसी किर्लोस्कर ब्रदर्स के कार्यों की पीएचइडी व निगम द्वारा स्थल पर संयुक्त रूप से भौतिक सत्यापन भी किया गया था. इसमें भूमिगत पाइप व जलमीनार लिकेज, टोटी विहीन स्टैंड पोस्ट, कई स्टैंड पोस्ट टूटे हुये पाये गये थे.
कल मुख्य सचिव करेंगे बैठक : बता दें कि मुख्य सचिव दीपक कुमार का जलसंकट पर बैठक में भाग लेने के लिये आगामी नौ मार्च को आगमन तय है. पहले यह बैठक सात मार्च को निर्धारित थी. जानकारी के अनुसार पीएचइडी ने गत चार मार्च को डीएम श्री एसएम को खराब चापाकलों की मरम्मति कर दिये जाने की सूची भेजी थी. इधर इस संबंध में पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता के मोबाइल पर संपर्क करने के लिए फोन किया गया, परंतु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.