दरभंगा : बिजली उपभोग कर रहे शहरी क्षेत्र के करीब पांच हजार उपभोक्ताओं के यहां इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिकल मीटर (लोहे का काला चकरी वाला मीटर) लगा है. बीआरसी से सत्यापित डिमांड बेस टैरिफ लागू होने से इन मीटरों के द्वारा की गयी बिजली खपत व लोड की सही जानकारी नहीं होने से विभाग को राजस्व की क्षति हो रही है.
पुराने मीटर को बदलने का काम 30 अप्रैल से शुरू होना था. मीटर बदलने में सहयोग नहीं करने वाले उपभोक्ताओं का तत्क्षण कनेक्शन काट देने का आदेश विभाग ने जारी किया था. विभागीय निर्देश पर उपभोक्ताओं को नोटिस थमाने की भी बात कही गयी थी. इसके लिये संबंधित एइ व जेइ को निर्देश भी दिया गया था. मीटर उपलब्ध कराने को लेकर एमआरटी को पत्र भेज अनुरोध किया गया था, बावजूद इस दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मई के दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी सकारात्मक पहल देखने को नहीं मिल रही है.
नगर में बदले जाने हैं 4408 मीटर
शहर में 63 हजार बिजली उपभोक्ताओं की संख्या है. इसमें 4408 उपभोक्ताओं के यहां इलेक्ट्रो मैकेनिकल लोहे के काला मीटर लगा है. इसमें अर्बन में 2542 तथा लहेरियासराय सब डिविजन में 1866 लोहे के पुराने काले मीटर लगे हैं. विभाग पूर्व में कइ बार ऐसे मीटरों को बदलने का प्रयास किया था, लेकिन इसमें कुछ उपभोक्ताओं को छोड़ करीब 27 फीसदी उपभोक्ता इसी मीटर के सहारे बिजली का उपभोग करते आ रहे हैं.
लोहे का मीटर बदलने का काम नहीं शुरू
30 अप्रैल से बदलने का शुरू होना था अभियान
डिमांड बेस टैरिफ लागू होने से विभाग को राजस्व का चूना
एइ व जेइ के माध्यम से एजेंसी के कर्मी को मीटर बदलना है. 30 अप्रैल से काम शुरु होना था. तकनीकी कारण से देरी हुयी है. एइ व जेइ को पुन: पत्र के माध्यम से मीटर बदलने का निर्देश दिया गया है. मीटर बदलने के अनुपात में एमआरटी से भी मीटर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है.
– नवीन मंडल, इइइ शहरी
पुराने मीटर में ये खामियां
पुराने मीटर में कई खामियां हैं. बिहार राज्य विनियामक आयोग द्वारा डिमांड बेस टैरिफ लागू होने से कनेक्शन लगे स्थान पर किये जा रहे बिजली उपभोग के अधिकतम अधिभार व हो रहे उर्जा क्षय की गणना कर पाना इस मीटर में मुश्किल है. इससे विभाग को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है, जबकि इसपर पेनाल्टी का भी प्रावधान है. इस मीटर में छेड़छाड़ की अधिक आशंका रहती है.
नोटिस थमा बदले जाने हैं मीटर
नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीव्यूशन कंपनी के द्वारा एजेंसी के कर्मी डिजिटल मीटर बदलने के लिये के लिये नोटिस लेकर संबंधित उपभोक्ता के पास पहुंचेंगे. उपभोक्ता के द्वारा पुराने मीटर बदलने में सहयोग नहीं करने की स्थिति में तत्क्षण कनेक्शन काट देंगे.