दरभंगाः वासंती नवरात्र की षष्ठी तिथि को परंपरागत तरीके से बिल्व निमंत्रण अनुष्ठान संपन्न किया गया. रविवार को माता का पट भक्तों के लिए खुल जाएगा. इसको लेकर शनिवार को जगह-जगह गाजे-बाजे के साथ निमंत्रण यात्र निकली. वहीं कई पूजा समितियों की ओर से कलश शोभा यात्रा भी निकाली गयी.
माता के छठे स्वरूप कात्यायनी की विधिवत पूजा-अर्चना के बाद शुभ मुहूर्त में बिल्व निमंत्रण के लिए गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालु निकले. पूजा के प्रधान आचार्य के निर्देशन में यजमान डाला में पूजन सामग्री सहेजकर बेल के वृक्ष के पास पहुंचे. वहां विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की. रविवार को बेलतोड़ी के पश्चात वैदिक रीति से भगवती की आराधना होगी. इसके बाद नेत्रदान के साथ ही शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा का पट भक्तों के लिए खुल जाएगा. लालबाग स्थित पूजा समिति की ओर से गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालु निकले.
दरभंगा टावर आदि का भ्रमण कर परंपरानुरूप बेलन्योति किया. चूनाभट्ठी, गंगवाड़ा, अललपट्टी, भठियारीसराय, शुभंकरपुर सहित दर्जनों स्थान पर विशेष पूजन किया गया. साथ ही देवी मंदिरों में भी विधिवत परंपरा का निर्वाह किया गया. बहादुरपुर प्रतिनिधि के अनुसार बेलन्योति को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर कलश शोभा यात्र निकाली गयी. इसमें वाजितपुर पंचायत के ब्रहृमस्थान मनौरा मंदिर परिसर से पूजा समिति के नेतृत्व में कुमारी कन्याओं ने इस कलश शोभा यात्र में भाग लिया. यात्र मंदिर पसिसर से पोखरसामा, असगांव, छपरार डीह, वाजितपुर होते हुए पुन: मंदिर परिसर में पहुंची.
दिलावरपुर पंचायत के श्याम पितांबरा धाम से 351 कुंवारी कन्याओं ने कलश शोभा यात्र में भाग लिया. मंदिर परिसर से गंज चौक, आंबेदकर चौक, लोहिया चरण सिंह कॉलेज होते हुए मंदिर परिसर पहुंची.