बेतिया : आर्मी लिबरेशन फ्रंट व कुख्यात अपराधी बबलू दूबे हत्याकांड में पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये तीनों संदिग्ध पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर के रहनेवाले बताये जा रहे हैं. तीनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस बबलू दूबे की हत्या से जुड़ी अहम बातों को ध्यान में रखते हुए संदिग्धों से पूछताछ कर रही है. प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पुलिस को कुछ खास कामयाबी नहीं मिली है.
इसके बावजूद पुलिस तीनों संदिग्धों पर लगातार दबाव बनाये हुए है. हालांकि, पुलिस के वरीय पदाधिकारी कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं. इधर, बेतिया-मोतिहारी जिले की पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है. पुलिस कार्रवाई में किसी तरह की चूक नहीं रह जाये, इसको लेकर बेतिया एसपी विनय कुमार काफी संजीदा हैं. छापेमारी की खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि पुलिस बेतिया मंडलकारा व सेंट्रल जेल मोतिहारी में बंद शातिर अपराधियों से भी पूछताछ कर रही है. इसके अलावा पुलिस मोतिहारी के तुरकौलिया थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर, बंजरिया थाना क्षेत्र, पहाड़पुर थाना व चटिया दियारे में लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन पुलिस को सफलता अब तक हाथ नहीं लगी है.
फुटेज से मिल सकते हैं कई अहम सुराग : बबलू की कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान गुरुवार की हुई हत्या के मामले में पुलिस मनुआपुल से कोर्ट तक के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो उसे कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं, जिस तरह बबलू दूबे की हत्या को अंजाम दिया गया है, उसमें मंडलकारा से ही रेकी की गयी होगी.
रेकी के दौरान बबलू को पेशी के लिए लाये जाने वाले वाहन का भी पीछा किया गया होगा.
कोर्ट परिसर में हुई हत्या के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था ढीली : दिनदहाड़े व्यवहार न्यायालय परिसर में कुख्यात बबलू दूबे की हत्या अपराधियों ने कर दी थी. हत्याकांड के तीन दिन बाद भी कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था ढीली है. कोर्ट परिसर में न्यायाधीश व अधिवक्ताओं के लिए जानेवाले पश्चिमारी गेट पर लाठी वाले सुरक्षा बलों की तैनाती है, जबकि आमलोगों के लिए पूरबारी गेट है. गेट पर मेटल डिटेक्टर मशीन भी लगायी गयी है. वहीं, यहां भी लाठी वाले सुरक्षाबलों की तैनाती गयी है. अगर कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था ऐसी ही रही, तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोर्ट परिसर में एक बार फिर बड़ा हादसा नहीं हो सकती. हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की दावा पुलिस कर रही है.
शातिर राहुल का बचपन से ही रहा है अापराधिक चरित्र : सेंट्रल जेल मोतिहारी में बंद कुख्यात अपराधी राहुल सिंह बचपन से ही अापराधिक प्रवृत्ति का रहा है. बचपन में ही अापराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था, जिसको लेकर पुलिस ने उसे बाल सुधारगृह भेजा था. बचपन में ही राहुल बेतिया बाल सुधारगृह में रहा. बाल सुधारगृह से रिहा होने के बाद उसमें बदलाव नहीं आया. वह अपराध के दलदल में फंसता गया. वर्तमान समय में वह अपराध जगत में काफी शातिर अपराधी माना जाता है. उसका सिक्का मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, नेपाल आदि जगहों पर चलता है.