बेतिया : जान-पहचान का लाभ उठा कर वर्ष 2014 में बेतिया नौरंगाबाग की महिला को ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार बनाया लिया गया. जाल में फंसाने के बाद महिला को असम ले जाया गया. जब महिला को शक हुआ,
तो वह किसी तरह बचा कर भाग निकली. अपहर्ताओं के चंगुल से आजाद हुई नौरंगाबाग की बबिता देवी ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में गोपालपुर थाना के अशोक कुमार, अनिल महतो, सुनील महतो, राजीलोचन महतो, मालती देवी, सुभावती देवी व नेपाल के असवानी पोखरिया के रामाशीष महतो को आरोपित बनाया गया है.
प्राथमिकी में बताया गया है कि बबिता देवी अपनी बहन के घर नौरंगाबाग मोहल्ले में रहती थी. इसी बीच 19 नवंबर 2014 को अनिल महतो, अशोक महतो व सुभावती देवी उसके बहन के घर आये व उसको असम चलने की बात कही. जान-पहचान होने के कारण वह तीनों के बात में आ गयी व उनके साथ असम चली गयी.
असम जाने के बाद बबिता को सभी आरोपियों के नीयत पर शक हुआ व किसी तरह उनके चंगुल से भाग कर बेतिया आ गयी. नगर थानाध्यक्ष बिमलेन्दू कुमार ने बताया कि कोर्ट परिवाद के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.