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गला दबा कर दी थी पिता की हत्या
सेमरा : चिउटाहा थाने की पुलिस ने छह दिन पूर्व जंगल के कंपाट संख्या 45 से बरामद अज्ञात शव की पहचान कर ली है. मृतक हसनापुर गांव कैलास उरांव (65 वर्ष)है. हालांकि कैलाश के शव को 72 घंटे तक थाने में रखा गया था. लेकिन किसी ने उसकी पहचान नहीं की. मंगलवार को जब पुलिस […]
सेमरा : चिउटाहा थाने की पुलिस ने छह दिन पूर्व जंगल के कंपाट संख्या 45 से बरामद अज्ञात शव की पहचान कर ली है. मृतक हसनापुर गांव कैलास उरांव (65 वर्ष)है.
हालांकि कैलाश के शव को 72 घंटे तक थाने में रखा गया था. लेकिन किसी ने उसकी पहचान नहीं की. मंगलवार को जब पुलिस इस मामले में मिले सुराग के आधार पर हसनापुर गांव के रामायण उरांव को हिरासत में ली. उसके बाद पूरे मामले का पटाक्षेप हो गयी. मृतक की पत्नी बिसिया देवी ने फोटो देख कर पहचान किया कि तस्वीर उसके पति की है.
हालांकि मृतक की विधवा यह जानने के लिए थाने पहुंची थी कि पुलिस ने किस अपराध में उसके पुत्र को गिरफ्तार किया है. लेकिन जब उसे सच्चई का पता चला तो वह थाने परिसर में दहाड़े मार कर रोने लगी. एसपी सफीउल हक ने बताया कि हसनापुर के कैलाश उरांव की हत्या कर शव पर केरोसिन छिड़कर जलाने की कोशिश करने के आरोप में मृतक के पुत्र रामायण उरांव को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपित ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि उसने हीं अपने पिता की हत्या की थी.
इस मामले में पुलिस ने कई साक्ष्य भी संकलित किये है. घटना स्थल पर केरोसिन का डिब्बा बरामद किया गया है, जिसकी पहचान मृतक की विधवा ने की है.
चावल के लिए हत्या
पूछताछ के दौरान आरोपितने स्वीकार किया है कि विगत 3 फरवरी को उसके पिता कैलाश उरांव ने उसकी गैर मौजूदगी में एक बोरा चावल बेच दिया था.
जब वह घर आया तो उसे जानकारी मिली कि उसके पिता ने ऐसा किया है. इस पर वह पूछताछ किया. इसको लेकर दोनों में बकझक हुई. तभी रामायण उरांव ने अपने पिता की हत्या करने की योजना बना ली. तीन फरवरी की रात में हीं उसकी हत्या कर शव को जंगल में ले गया. फिर शव को जलाने का प्रयास किया. ताकि कोई उसकी पहचान नहीं कर सके.
पिता को खोजने की नौटंकी
चार फरवरी की सुबह में कैलाश उरांव घर में नहीं था. उसकी पत्नी ने पुत्र रामायण उरांव से कहा कि तुम्हारे पिता कहां है. उसने मां को समझाया कि हो सकता है कि कल वाली घटना को लेकर नाराज हो कर कहीं चले गये हैं. वह नाते रिश्तेदारों के यहां अपने पिता को खोजने की नौटंकी करता रहा. इस बीच पुलिस ने शव को जब्त किया. पोस्टमार्टम कराया गया.
तकनीकी अनुसंधान का परिणाम
चिउटाहा के थानाध्यक्ष जितेन्द्र महतो ने इस मामले में तकनीकी अनुसंधान किया. उन्हें कैलाश उरांव के गायब होने की सूचना मिली तो उसके विभिन्न पहलुओं पर जांच आरंभ की. जांच के दौरान खुलासा हुआ कि पिता – पुत्र में कहा सुनी हुई थी.
पहले तो पुलिस को भी यह अंदेशा नहीं था कि जंगल के कंपाट संख्या 45 से मिला अज्ञात शव कैलाश उरांव का ही है. लेकिन जब मृतक की विधवा ने फोटो की पहचान की उसके बाद पुलिस की भौंहे तनी और पूरे मामले का खुलासा हो गया.
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