मोतिहारी : जय किसान-जय विज्ञान समारोह से देश में दूसरी हरित क्रांति लाने का प्रयास केंद्र सरकार ने किया है. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह व अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने शुक्रवार को चंपारण से इसकी शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने कहा िक सभी मंिडयों को ऑनलाइन िकया जायेगा. उन्होंने कहा कि समारोह को कृषि विभाग की वार्षिक कार्य-योजनाओं मेंमंडियों को ऑनलाइनशामिल किया गया है.
हर वर्ष 23-29 दिसंबर तक जय किसान-जय विज्ञान देश व्यापी समारोह मनाया जायेगा. सभी राज्यों में जिला मुख्यालय स्तर पर समारोह आयोजित होगा. इसमें कृषि वैज्ञानिक किसानों को खेती की नयी तकनीक की जानकारी देंगे कहा कि इसके साथ ही देश में गांव के विकास के साथ किसानों के उत्थान को लेकर केंद्र सरकार तमाम योजनाओं पर काम कर रही है.
खेतों की सिंचाई के लिए प्रधानमंत्री सिंचाई योजना,
कृिष मंत्री ने कहा िक मृदा संरचना को बनाये रखने के लिए मिट्टी जांच योजना के साथ किसानों तक कृषि की नयी तकनीक पहुंचाने का प्रयास जारी है. किसानों को उत्पादन का अधिक मुनाफा मिले, इसके लिए जल्द ही मंडियों को ऑनलाइन किया जायेगा. कहा कि 2017 तक पांच सौ मंडियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. प्रयोग के तौर पर इसकी शुरुआत कर्नाटक से की गयी है.
शीघ्र ही बिहार सहित अन्य राज्यों की मंडियों को भी इस योजना से जोड़ा जायेगा. उन्होनें किसानों को समेकित कृषि को अपनाने व नयी तकनीक से खेती करने की सलाह दी. समारोह नगर भवन में हुआ. इसका आयोजन इफ्को व भारतीय अनुसंधान संस्थान की ओर से किया गया.