बक्सर : सदर अस्पताल में कर्मचारियों की कार्यशैली व बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सदर अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा गुरुवार को कार्रवाई की गयी. उपाधीक्षक ने सभी पुरुष नर्सों के वेतन पर रोक लगा दी है. जानकारी के अनुसार आकस्मिक विभाग को कभी भी अगले सिफ्ट के कर्मचारियों को चार्ज दिये बगैर नहीं छोड़ना है़
जबकि इनके द्वारा अक्सर इसका उल्लंघन किया जाता है़ इसी के तहत आकस्मिक विभाग में कार्यरत सात पुरुष नर्सों पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को लिखा गया था. कार्रवाई की प्रतिलिपि जिलाधिकारी बक्सर को भी प्रेषित की गयी है़ आकस्मिक विभाग में तैनात सात पुरुष नर्सों पर अपने कार्य में अनियमितता का आरोप अस्पताल उपाधीक्षक ने लगाते हुए कार्रवाई का पत्र अपने उच्चाधिकारियों को दिया है़ अस्पताल उपाधीक्षक केएन गुप्ता ने इन पर आरोप लगाते हुए कहा है
कि ये पुरुष नर्स ड्यूटी के आदान-प्रदान के समय टेक ओवर सिस्टम का पालन नहीं करते है़ं वे कभी ड्रेस में नहीं रहते हैं. ड्रेसिंग के उपरांत जानकारी पंजी में दर्ज नहीं की जाती है़ आकस्मिक विभाग में होनेवाले खर्च, दवाओं एवं अन्य सामग्रियों को पंजी में दर्ज नहीं की जाती है, कार्यस्थल पर ससमय से नहीं आना, अपने सीनियर कर्मियों से अमर्यादित व्यवहार करने, बिना आवेदन स्वीकृति के अवकाश पर जाना, उपस्थिति पंजी में गलत तरीके से हाजिरी दर्ज कराना, पूरा हस्ताक्षर नहीं करने को कहा गया है़ इस संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक केएन गुप्ता ने बताया कि आकस्मिक विभाग में कार्यरत कर्मियों द्वारा लगातार उल्लंघन किया जाता है, जिसको लेकर इनका वेतन बंद किया गया है़ आवश्यक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है.