बक्सर : जिला प्रशासन ने मतदान का प्रतिशत बढ़ाने को लेकर कई कवायदें कीं. स्वीप कार्यक्रम के तहत जागरूकता अभियान को हर स्तर पर चलाया गया. इस बार के चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ा कर 70 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है. आंगनबाड़ी सेविकाओं से लेकर स्वयंसेवी संस्थाओं तक को इस कार्यक्रम में जोड़ा गया.
इतना ही नहीं प्रखंड स्तर से लेकर अनुमंडल स्तर तक जागरूकता के लिए प्रेरणा के कार्यालय खोले गये, जो 24 घंटे न सिर्फ मतदाता जागरूकता का काम करता रहा, बल्कि मतदान से जुड़ी तमाम जानकारियां वोटर उन प्रेरणा केंद्रों पर जाकर लेते रहे. आमतौर पर वोटिंग का प्रतिशत 40 से 50 फीसदी के बीच रहा है,
जिसे इस बार के चुनाव में बढ़ा कर 70 फीसदी करने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है. डीएम हों या फिर उनके अधीनस्थ अधिकारी या कर्मचारी. हर स्तर पर जागरूकता अभियान व रैलियां निकाली गयीं और लोगों से मतदान की अपील की गयी. इस बार के चुनाव में वोटिंग को नैतिक मतदान से भी जोड़ा गया और हर वोटर को एहसास कराने की कोशिश की गयी कि वोट करना न सिर्फ उनका अधिकार है, बल्कि कर्तव्य भी बनता है.