केसठ (बक्सर) : सावन मास की पहली सोमवारी को जलाभिषेक करने के लिए डाक व कांवरियों का जत्था शनिवार को देवघर के लिए प्रस्थान किया.
गेरूआ वस्त्र पहने कांवरिया बस, जीप व अन्य निजी वाहनों से बाबा धाम देवघर के लिए रवाना हुए. शास्त्रों में कहा गया है कि श्रवण मास में भगवान शिव की आराधना व पूजा करने से मनोकामना पूर्ण होती है.
भक्त पूरे श्रवण मास में शिवालयों में जाकर पूजा–अर्चना करते है. वहीं, श्रवण मास में जलाभिषेक करने, पूजा–अर्चना करने तथा व्रत करने का विशेष महत्व है. इसके लिए महिलाओं की भागीदारी अधिक देखी जाती है.