बक्सर:राज्य द्वारा बक्सर जिले को सूखा क्षेत्र घोषित किया गया है. लेकिन सूखा ग्रस्त जिले का लाभ इसे अब तक नहीं मिला है. यहां औसत से काफी कम बारिश हुई है. विभाग के अनुसार अब तक 50 प्रतिशत से कम बारिश होने के कारण यहां धान व मक्का की खेती काफी प्रभावित हुई है. किसानों की सहायता के लिए सरकार ने डीजल अनुदान की राशि के वितरण का फैसला लिया. ताकि डीजल के बल पर पंप सेट से किसान अपनी खेती के कार्य को पूरा कर सके. लेकिन, अब तक जिले में डीजल अनुदान की राशि पूर्ण रूप से नहीं बट पायी है. दूसरी किस्त की राशि का आवंटन हो गया है. लेकिन, अब तक पहली आवंटित राशि का वितरण ही नहीं हुआ है.
तीन करोड़ 89 लाख का हुआ हैं आवंटन
जिले में किसानों की स्थिति को देखते हुए सरकार ने अब तक दो बार डीजल अनुदान की राशि आवंटन किया. जिले को अब तक कुल तीन करोड़ 89 लाख 72 हजार 8 सौ रुपया का आवंटन किया गया है. जिसमें से अभी केवल एक करोड़ 44 लाख 88 हजार 182 रुपया ही बट पाया है. जिले भर से डीजल अनुदान के लिए अब तक कुल 50 हजार आवेदन आये थे. लेकिन, इनमें से केवल 40 हजार 77 आवेदन स्वीकृत हुए. 9953 आवेदन अस्वीकार कर दिया गया. लेकिन, आवेदन के अस्वीकार होने का कोई प्रमुख कारण विभाग के पास नहीं है.
नहीं मिला अनुदान
जिले के 11 प्रखंडों के कई गांवों के किसानों को अब तक डीजल अनुदान की राशि नहीं मिली है. केसठ प्रखंड के रामपुर पंचायत के किसान गिरी पाठक, रमेश कुमार, सुबोध महतो समेत अन्य ने बताया कि डीजल अनुदान के लिए विभाग में आवेदन जमा है. लेकिन, अब तक अनुदान के लिए शिविर नहीं लगा. जिसके कारण परेशानी बनी हुई है. इसके अलावे डुमरांव प्रखंड के कई गांवों के किसानों ने अपनी समस्या सुनायी.
बटाईदारों को भी मिलेगा अनुदान
डीजल अनुदान सभी किसानों को दिये जाने का प्रावधान बनाया गया है. जिसमें बंटाईदार व भूमि मालिक भी शामिल हैं. बंटाइदारों को डीजल अनुदान के लिए एक शपथ प्रमाण पत्र बनाना होगा और उनको अपने नजदीकी किसान भी प्रमाणित कराना होगा. अनुदान के लिए जमीन का कागज व डीजल क्रय का पावती रसीद आवेदन पत्र के साथ लगाना होगा.