ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा ट्रेन को रोका
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घटना के बाद ट्रेनों का परिचालन रहा ठप
ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा ट्रेन को रोका बक्सर : बक्सर में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया. मगध एक्सप्रेस बक्सर से खुल कर पटना की ओर जा रही थी. ट्रेन में बैठे यात्री एक-दूसरे से बातें कर रहे थे कि अचानक बोगियों से आवाज आनी शुरू हो गयी. यात्रियों के चिल्लाने की आवाज […]
बक्सर : बक्सर में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया. मगध एक्सप्रेस बक्सर से खुल कर पटना की ओर जा रही थी. ट्रेन में बैठे यात्री एक-दूसरे से बातें कर रहे थे कि अचानक बोगियों से आवाज आनी शुरू हो गयी. यात्रियों के चिल्लाने की आवाज से सभी लोग दहशत में आ गये. इंजन की तरफ देखा तो आग की लपटें दिखायी दे रही थीं. यात्रियों के चिल्लाने की आवाज सुनने के बाद चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका, जिसके बाद आग पर काबू पाने के लिए अथक प्रयास किया,
लेकिन सफल नहीं हो सका. घटना की सूचना मिलते ही दानापुर डिविजन में अफरा-तफरी मच गयी. किसी तरह बक्सर से इंजन मंगा कर ट्रेन की बोगी काट डिब्बों को टुडीगंज स्टेशन पहुंचाया गया. हालांकि धरौली हाल्ट के समीप खड़ी मगध एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग पर अभी तक काबू में नहीं पाया गया है. बताया जाता है कि करीब तीन बजे शाम से ही डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन ठप है. डाउन लाइन से गुजरने वाली मगध एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 12402 नयी दिल्ली से इस्लामपुर जा रही थी,
इसी दौरान बक्सर से यह ट्रेन जैसे ही खुली, इंजन में खराबी आ गयी और डुमरांव से खुलने के बाद इंजन से धुआं निकलने लगा और धरौली हाल्ट पहुंचते-पहुंचते इंजन धू-धू कर जलने लगा.
चार घंटे तक डाउन लाइन का परिचालन रहा ठप, फंसे रहे यात्री : दानापुर-मुगलसराय रेलखंड की डाउन लाइन चार घंटे तक ठप रही. जहां-तहां यात्री फंसे रहे. लगभग सात बजे इंजन को ट्रैक से हटा कर रघुनाथपुर लाया गया, जिसके बाद सुचारु रूप से परिचालन शुरू हुआ. इस दौरान चौसा, दिलदार नगर, गहमर, बक्सर सहित अन्य स्टेशनों पर ट्रेनों को रोके रखा गया,जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
पहले भी मगध एक्सप्रेस के बोगी में लगी थी आग : मालूम हो कि 23 सितंबर, 2013 को बक्सर में ही मगध एक्सप्रेस की एसी-1 बोगी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गयी थी.उस घटना में कई बोगियां जल कर खाक हो गयी थीं. किसी तरह से उस वक्त भी यात्रियों को बचाया गया था. उस वक्त का आलम यह था कि यात्रियों ने शीशा तोड़कर ट्रेन से छलांग लगा दी थी. कॉसन पर होने के कारण उस वक्त भी ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी थी, जिस कारण कोई यात्री हताहत नहीं हुआ था. यात्रियों में इसे लेकर काफी गुस्सा था, जिसके बाद यात्रियों ने श्रमजीवी एक्सप्रेस पर भी पथराव किया था.
आधे घंटे तक दहशत में रहे यात्री : ट्रेन के इंजन में अचानक आग लगने से यात्री दहशत में आ गये.जान बचाने के लिए लोग ट्रेन से कूदने लगे.आग की लपटें आगे न बढ़ें, इसके लिए कई लोगों ने एक साथ चेनपुलिंग भी की.इस घटना के बाद आधा घंटा तक यात्री दहशत में रहे. हालांकि समय से मदद मिलने के कारण और दिन होने का यात्रियों को फायदा मिला. अगर यह हादसा रात में होता तो कुछ और ही हो सकता था.
ड्राइवर के सूझ-बूझ से टला हादसा : बताया जाता है कि शरारती तत्वों ने धरौली हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक पर फिश प्लेट रख दी थी, जिसे देखते ही ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया. ब्रेक के कारण इंजन में रखा ऑयल बॉक्स फट गया, जिससे आग लग गयी. इसकी पुष्टि करते हुए मगध एक्सप्रेस के ड्राइवर सह लोको पायलट टू संजय कुमार ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर फिश प्लेट देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाया गया, जिससे एसएलआर बोगी में भी आग लगते-लगते बच गयी.
क्या कहते हैं यात्री : दिल्ली से आरा के लिए मगध एक्सप्रेस में सवार हुए यात्री अभिनाश तिवारी ने बताया कि ट्रेन के अचानक रुकने से बोगी में अफरा-तफरी मच गयी. जब बाहर देखा गया तो इंजन से काफी धुआं निकल रहा था. मुगलसराय से पटना की यात्रा कर रहे सोनू कुमार का कहना है कि ट्रेन रुकते ही दर्जनों लोग बोगी से कूदने लगे. वहीं नयी दिल्ली से पटना आ रहे यात्री संतोष कुमार गुप्ता की मानें तो ड्राइवर की सूझ बूझ से एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया.
72 घंटे में सौंपी जायेगी रिपोर्ट : इंजन में आग लगने की घटना की जांच के लिए दानापुर मंडल के वरीय अधिकारियों के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया गया है, जो 72 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देगी. इसमें इंजन में आग पकड़ने से लेकर खराबी तक की जांच की जायेगी. इसके बाद ही आगे की रणनीति तय होगी. इस संबंध में सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि घटना के कई कारण हो सकते हैं. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा.
मदद के लिए दौड़े ग्रामीण : ट्रेन के इंजन में आग लगने की घटना को देख खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मदद के लिए दौड़ पड़े. यात्रियों को घर से लाकर जलपान भी कराया. बाद में इंजन से अलग कर बोगी को टुड़ीगंज लाया गया,जहां पर यात्रियों को सुरक्षित रखा गया.ठंड के कारण यात्री परेशान थे.
यात्रियों ने किया हंगामा : इस घटना से यात्री आक्रोशित हो उठे. घटना के एक घंटे के बाद रेल प्रशासन द्वारा मदद के लिए इंजन को भेजा गया. एक घंटे तक यात्री इसी तरह ठंड में ठिठुरते रहे.जैसे ही रेलवे के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, यात्री आक्रोशित हो उठे और रेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.हालांकि बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद मामला शांत हुआ.
इन ट्रेनों के परिचालन पर पड़ा असर
विक्रमशिला एक्सप्रेस
मुगलसराय-पटना पैसेंजर
सिकंदराबाद एक्सप्रेस
अंत्योदय एक्सप्रेस
घटना एक नजर में
तीन बजकर 15 मिनट पर इंजन में लगी आग
तीन बजकर 20 मिनट पर धुआं देख यात्रियों ने चिल्लाना शुरू किया
तीन बजकर 21 मिनट पर दो यात्री चलती ट्रेन से कूदे
तीन बजकर 27 मिनट पर इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकी गयी ट्रेन
तीन बजकर 28 मिनट पर चालक ने आग बुझाने का कार्य किया शुरू
तीन बजकर 40 मिनट पर ट्रेन से उतरकर यात्री खेतों की तरफ भागे
चार बजकर 15 मिनट पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची.
चार बजकर 20 मिनट पर इंजन को अलग किया गया
चार बजकर 25 मिनट पर टुड़ीगंज यात्रियों को पहुंचाया गया.
तीन बजे से लेकर सात बजे तक डाउन लाइन का परिचालन रहा ठप
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