बिहारशरीफ /राजगीर : जिले में लगभग तीन सप्ताह से बंद पड़े धान अधिप्राप्ति कार्य को शुरू कराने की प्रशासनिक पहल शुक्रवार को भी असफल रही. जिले के पैक्स अध्यक्षों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. उनका कहना था कि जब तक पैक्सों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जायेगा तब तक धान अधिप्राप्ति कार्य में वे लोग भागीदारी नहीं करेंगे. उनका यह भी कहना था कि एसएफसी की अड़ियल रवैये के कारण जिले के एक सौ से अधिक पैक्सों को डिफोल्टर घोषित कर दिया गया है.
जो धान अधिप्राप्ति में भाग नहीं ले सकते हैं. उल्लेखनीय है कि धान अधिप्राप्ति कार्य को शुरू कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को विशेष पहल की गयी थी. इसके तहत बिहारशरीफ अनुमंडल के पैक्स अध्यक्षों की बैठक डीसीओ डॉ. अमजद हयात वर्क की अध्यक्षता में नालंदा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक बिहारशरीफ के सभागार में बुलायी गयी थी. जबकि दूसरी बैठक राजगीर अनुमंडल के पैक्स अध्यक्षों के लिए नालंदा सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की राजगीर शाखा में बुलायी गयी थी.
इस बैठक की अध्यक्षता बैंक के प्रबंध निदेशक विजय कुमार सिंह कर रहे थे. दोनों जगहों पर बैठक शुरू होते ही पैक्स अध्यक्षों ने उनके साथ एसएफ सी द्वारा नाइंसाफी का मामला उठाया. उनका कहना था कि पैक्स अध्यक्षों की राशि एसएफसी के पास बकाया है, जबकि नालंदा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक द्वारा उन्हें डिफोल्टर घोषित कर दिया गया है. इससे सौ से अधिक पैक्स अध्यक्ष अधिप्राप्ति कार्य से बंचित हो गये हैं. दूसरी ओर एसएफसी द्वारा चावल को भी अब खराब बताकर पैक्सों को राशि नहीं देने का बहाना ढूढ़ा जा रहा है.