भागलपुर: गंगा नदी के जलस्तर में शुक्रवार को वृद्धि जारी रही. शहर के टीएमबीयू परिसर समेत नाथनगर के गंगा किनारे स्थित मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुसने का सिलसिला दिनभर जारी रहा. टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन परिसर में जलजमाव से अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कत हुई. प्रशासनिक भवन परिसर में कैंटीन से सीनेट हॉल तक के रास्ते में बाढ़ का पानी बह रहा है. इसी रास्ते होकर कई लोग अपने जूते-चप्पल हाथ में लेकर व कपड़े को पानी से बचाते हुए प्रशासनिक भवन पहुंचे.
बता दें कि बाढ़ का पानी प्रशासनिक भवन परिसर से सटे लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में बाढ़ का पानी घुस गया है. विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो रामप्रवेश सिंह ने लालबाग स्थित सभी पीजी महिला छात्रावास को खाली करने का निर्देश जारी किया. जारी निर्देश में कहा गया है कि जिन छात्राओं की कोई परीक्षा या अन्य आवश्यक कार्य है, उनके लिए लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी के मुख्य गेट के पास पी-16 परिसर में तत्कालिक आवासन की व्यवस्था की गयी है.
टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन से सटे टिल्हा कोठी में शुक्रवार को बिंद टोली से 500 से अधिक बाढ़ पीड़ित विस्थापित होकर पहुंचे. बाढ़ पीड़ित कपड़े व प्लास्टिक शीट का टेंट बनाकर रह रहे हैं. वहीं घर छोड़कर आये लोगों ने बताया कि उनके साथ गाय-भैंस, बकरियां व दूसरे मवेशी भी हैं. इनके चारे के लिए हमें भटकना पड़ रहा है. अब तक राहत कैंप की शुरुआत नहीं की गयी है. बाढ़ पीड़ित दिलीप मंडल, मुकेश मंडल, राकेश मंडल, दिनेश कुमार व सावित्री देवी ने जिला प्रशासन से टिल्हा कोठी में भोजन, चिकित्सा, चारा व पेयजल समेत अन्य व्यवस्था लागू करने की मांग की. इधर, टिल्हा केाठी के बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि हमने नाथनगर सीओ से राहत कार्य शुरू करने की मांग की. बाढ़ पीड़ितों की मांग को लेकर सीओ से संपर्क करने वाले लोगों को बताया कि जलस्तर कम होने लगा है. स्थिति देखकर जल्द निर्णय लिया जायेगा.
टिल्हा कोठी के अलावा टीएनबी कॉलेजिएट मैदान, किलाघाट, महाशय ड्योढ़ी व नरगा स्थित सीटीएस से सटे मैदान में नाथनगर दियारे से सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ित अपने परिवार व मवेशियों के साथ पहुंच रहे हैं. बाढ़ पीड़ित अरविंद कुमार मंडल ने बताया कि हर साल बाढ़ में विस्थापित होना हजारों परिवार की नियति बन चुकी है. अब दियारा में बसे कई गांवों के रास्ते को सूखने में एक माह से अधिक का समय लग जायेगा. इस दौरान हमें खाने पीने, रहने व स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें आयेंगी.
गंगा जलस्तर में वृद्धि के साथ शुक्रवार को यह डेंजर लेवल से 25 सेंटीमीटर ऊपर रहा. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को जलस्तर स्थिर रहेगा मगर, खतरा अभी टला नहीं है. पूर्वानुमान है कि शाम चार बजे तक एक सेंटीमीटर बढ़ने की संभावना है. मौसम विज्ञान विभाग की सूचना के अनुसार शनिवार को सुबह तक बिहार के सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण बारिश होने की संभावना है. इधर गंगा का डेंजर लेवल 33.68 मीटर निर्धारित है. बढ़ोतरी के साथ रात आठ बजे तक जलस्तर 33.93 मीटर पर था.