आरा : जिला प्रशासन ने चालू वितीय वर्ष 2016-17 में मनरेगा योजना से जल संरक्षण व वानिकी कार्यक्रम पर विशेष फोकस केंद्रित किया है. इसके तहत पंचायतों में पौधारोपण और जल छाजन से संबंधित अधिक-से-अधिक योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष जोर दिया जा रहा है. वहीं भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराये जाने पर भी विशेष बल दिया जा रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में 228 पंचायतों में अब तक 505 युनिट पौधारोपण करा लिया गया है.
एक यूनिट के तहत 200 पौधे लगाये जाते हैं. साथ ही सभी पंचायतों में वानिकी कार्यक्रम के तहत और दो लाख पौधे लगाने का निर्देश दिया गया है. दो अक्तूबर को होने वाले मनरेगा की आमसभा में जल छाजन और वानिकी कार्यक्रम से संबंधित येाजनाओ को प्राथमिकता देने को कहा गया है.
जल छाजन को लेकर 136 तालाब और जलाशयों का निर्माण कराया जा चुका है. वहीं 32 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य मनरेगा से कराया जा रहा है. इस दौरान मनरेगा के निबंधित 21643 जाब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया, जबकि 660554 मानव दिवस का सृजन किया गया. प्रदेश में भोजपुर मनरेगा योजना के क्रियान्वयन के मामले में 11वें पायदान पर है.
32 आंगनबाडी केंद्रों का विभिन्न प्रखंड़ों में कराया जाएगा निर्माण : जिले में मनरेगा योजना से विभिन्न प्रखंडों में 32आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जाेगा, जिसमें आरा प्रखंड़ में तीन , उदवंतनगर में दो, अगिआंव में दो, बड़हरा में चार, बिहिया में दो, चरपोखरी में दो, गड़हनी में दो, जगदीशपुर में दो, कोइलवर में तीन, पीरो में दो, सहार में एक, संदेश में दो, शाहपुर में तीन तथा तररी में दो आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हो रहा है.
136 जलाशयो का मनरेगा से हुआ निर्माण : जिले में मनरेगा से अब तक 136 जलाशयों का निर्माण कराया जा चुका है, जिसमें आरा प्रखंड़ में एक, बिहिया प्रखंड में 25, चरपोखरी में एक , जगदीशपुर में 53, कोईलवर में दाक , संदेश में 38 , शाहपुर में 16 तालाब एवं जलाशयों का निर्माण हो चुका है. जबकि सभी प्रखंड़ो में अधिक-से-अधिक मनरेगा से तालाब निर्माण कराने का निर्देश दिया गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले में मनरेगा से वानिकी कार्यक्रम एवं जल छाजन से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया गया है. मनरेगा के तहत जॉब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार सृजन को लेकर सभी पंचायतों में अधिक- से- अधिक पौधारोपण, तालाब व जलाशय निर्माण कराने का निर्देश दिया गया है.
इनायत खान, उपविकास आयुक्त सह अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक