दिनारा : दिनारा प्रखंड में ऐसे तो कई गांवों में बाढ़ का पानी किसानों को परेशान कर दिया हैं. सरगना राजवाहा व भाषा राजवाहा के टूटने के कारण प्रखंड के नदौवां, भानष, महरोढ सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. पर, करमैनी गांव के किसानों की पीड़ा कुछ अलग हैं. कहीं धान का पौधा बाढ़ का भेट चढ़ गया है, तो कहीं बाढ़ के चलते धान की रोपनी नहीं हो पायी है़ बाढ़ के पानी की निकासी नहीं होने का मुख्य कारण अतिक्रमण व करहा,
नालाओं की साफ-साफ सफाई नहीं होना हैं. प्रखंड के करमैनी गांव के किसानों की हालत चौंकाने वाली हैं. यहां लगभग सौ एकड़ खेत बाढ़ की भेंट चढ़ा गया हैं. अभी तक करमैनी गांव के दक्षिण व पुरब में बाढ़ की पानी की जलजमाव के चलते खेतों में धान की पौधा की रोपनी नहीं हुई हैं. किसान अशोक चौबे कहते है कि जलजमाव से कई एकड़ फसल चौपट हो जाती है. किसान राजवंश तिवारी का कहना है कि हम लोंग कई सालों से बाढ़ की समस्या से जुझ रहे हैं. लगभग बारह एकड़ खेत है एक कढ्ढा में भी धान की रोपनी नहीं हुई हैं.
इधर, सीओ राजेश कुमार ने कहा कि वहां की स्थिति बाढ़ वाली हैं. किसानों ने कोई लिखित सूचना नहीं दी है़ जानकारी में हैं. बरसात में कोई काम नहीं हो सकता है. अगर किसान लिखित आवेदन देते हैं, तो संज्ञान में लेकर जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.