आरा : इन दिनों शहर में बच्चों के गुम होने की घटनाओं से आमजन हैरान व परेशान हैं. गत एक सप्ताह के अंदर एक के बाद एक विभिन्न मुहल्लों से तीन बच्चों के गुम होने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं. इससे शहर के आम अभिभावकों, खासकर महिलाओं में भय व्याप्त हो गया है.
महिलाएं अपने बच्चों को लेकर चिंतित रह रही है. जब तक बच्चे स्कूल से घर नहीं आ जा रहे हैं, तब तक उनकी सांसें टंगी रह रही हैं. मुहल्लों में किसी अजनबी के आने-जाने से लोग उसे शक की नजरों से देखने लगे हैं. खास बात यह है कि अब तक जो भी बच्चे गायब हुए हैं, उनकी औसत उम्र सात से नौ वर्ष की है. इस संबंध में नगर थाना और नवादा थाने में सनहा भी दर्ज कराये गये हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चों के गुम होने के बीच किसी तरह की फिरौती मांगें जाने की सूचना नहीं है. फिर भी बच्चों के लापता होने के बाद से पीड़ित परिजन किसी अनहोनी की घटना से भयभीत और परेशान हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन अब तक किसी बच्चे की बरामदगी नहीं हुई है.
नवादा थाना अंतर्गत चंदवा मुहल्ला निवासी निर्भय कुमार तिवारी का 11 वर्षीय भतीजा राहुल तिवारी गत 23 अप्रैल को सुबह 9.30 बजे खाना खाकर मंदिर के पास खेलने के लिए कह कर घर से बाहर निकला, लेकिन शाम तक घर वापस नहीं लौटा. उसकी हर संभावित स्थानों, दोस्तों, रिश्तेदारों के यहां खोजबीन की गयी, परंतु उसका कोई अता-पता नहीं चला. इसको लेकर पूरा परिवार परेशान है. दूसरी घटना नगर थाने के गौसगंज मुहल्ले की है.
दो मई को रामभजु यादव का पुत्र गोलू कुमार सुबह छह बजे जैन स्कूल में पढ़ने जाने के लिए निकला और अब तक वह घर वापस नहीं लौटा है. वह छठी कक्षा का विद्यार्थी है. गोलू कुमार की हर जरूरी स्थान, दोस्तों, रिश्तेदारों व परिचितों के यहां पूछताछ की गयी, लेकिन निराशा हाथ लगी. इसको लेकर परिवार किसी अनहोनी की आशंका से खौफजदा है और परेशान हैं. वहीं तीसरी घटना नगर थाने के मीरगंज मुहल्ले की है. मुहल्ले के संयोग सिंह का पुत्र प्रदुमन कुमार सिंह, जो जैन स्कूल में सातवीं कक्षा का विद्यार्थी है.
वह दो मई को सुबह छह बजे घर से स्कूल जाने के लिए निकला, जो देर शाम तक वापस नहीं लौटा. तब परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला. थक-हार कर परिजनों द्वारा नगर थाने में सनहा दर्ज कराया गया. बहरहाल गत एक सप्ताह में तीन-तीन बच्चों के गायब होने की घटनाओं से आमजन हैरत में है. आखिर अचानक बच्चे कहां व कैसे गुम हो जा रहे हैं. इससे मुहल्ले में आने-जाने वाले अजनबी लोगों को शक की नजरों से देखे जा रहे हैं.