आरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में कोई चूक न हो इसके लिए पुलिस अंत तक सुरक्षा के लिए लिहाज से पल-पल सघन अभियान चलाती रही.
एक से लेकर सभी नौ प्रवेश द्वारों पर पुलिसिया व्यवस्था टू टाइट दिखी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती, प्रत्येक गेट पर मेटल डिटेक्टर से पुलिस के जवानों द्वारा पूरे शरीर की चेकिंग, सिविल ड्रेस में सुरक्षा एजेंसियों के तैनात अधिकारी, एसपीजी के कमांडो, सीआइडी के अधिकारी, भोजपुर पुलिस के आलाधिकारी व जवान, एनएसजी की टीम सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियां चप्पे-चप्पे पर तैनात थीं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखी जा रही थी. सड़कों को सील कर दिया गया था. वाहनों का प्रवेश तक रोक दिया गया था.
गेटों पर तैनात थे भारी संख्या में पुलिस व एनएसजी के अधिकारी : कार्यक्रम स्थल पर जाने के लिए सभी नौ गेटों पर भारी संख्या में पुलिस के अधिकारी व सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी तैनात थे. पहले पास की जांच होती, फिर सभी मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर से शरीर की चेकिंग की जाती. उसके बाद वहां तैनात जवान हाथों से पूरे शरीर को चेक करते थे, ताकि कोई संदिग्ध वस्तु न ले जा सके. इसके अलावे वहां एनएसजी व सुरक्षा एजेंसियों के तैनात अधिकारी प्रत्येक प्रवेश करनेवाले लोगों पर विशेष निगरानी रखते थे.
50 हजार से ज्यादा लोगों का उमड़ा सैलाब : कार्यक्रम स्थल पर करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों का जनसैलाब उमड़ा था. पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने पहले से ही अनुमान लगा रखा था. इस कार्यक्रम में सुरक्षा प्रदान करने के लिए एसपीजी, एनएसजी, सीआइडी, बिहार पुलिस के जवान, पीएमओ की टीम सहित 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी, ताकि किसी भी परिस्थिति से वे निबट सके.
केवल मुख्य गेट से हुई वीआइपी लोगों की इंट्री : कार्यक्रम स्थल पर मोबाइल व नशीले पदार्थ ले जाने पर रहा पूर्णत: रोक रही. अति महत्वपूर्ण व्यक्ति का आगमन रमना मैदान स्थित मुख्य द्वार से हुआ. जबकि आमलोग सहित अन्य लोगों का प्रवेश द्वार बनाये गये थे.