कबड्डी खेलने को लेकर उपजा था विवाद
तीन दोस्तों ने मिलकर उतार दिया मौत के घाट
धोबहां गांव में कुदाल से मारकर की गयी थी किशोर की हत्या
आरा : किशोर सनी पांडेय के हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. घटना को अंजाम कबड्डी खेलने को लेकर उपजे विवाद में दिया गया है. पकड़े गये आरोपितों ने पुलिस के समक्ष बताया कि घटना के दिन कबड्डी खेलने को लेकर सनी पांडेय और मुख्य आरोपित रंजीत उर्फ पीतु के बीच विवाद हुआ. बाद में सनी पांडेय द्वारा रंजीत का गंजी फाड़ दिया गया. इसी को लेकर घटना के दिन भागवत सुन रहे सनी पांडेय को बहला-फूसला कर रंजीत उर्फ फीतु अपने घर ले गया और अपने साथियों के साथ मिलकर कुदाल से मारकर उसकी हत्या कर दी.
पुलिस के सामने पकड़े गये आरोपितों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए पूरे घटना से पर्दा उठा दिया. हालांकि पुलिस अभी भी गहराई से अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन कर रही है. पकड़े गये आरोपितों ने पहले पुलिस के सामने कई बयान दिये लेकिन बाद में स्पष्ट रूप से कबड्डी खेलने का विवाद सामने आया. पकड़े गये आरोपितों में मुख्य आरोपित विजय कहार का पुत्र रंजीत उर्फ फीतु, राजेंद्र कहार का पुत्र भानु कुमार तथा मोहन साह का बेटा दीपक साह शामिल है, जिन्हें पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. बता दें कि दो दिन पहले धोबहां गांव में सनी पांडेय की कुदाल से मारकर हत्या कर दी गयी थी, जो उपेंद्र पांडेय का पुत्र बताया जाता है. इस मामले में उपेंद्र पांडेय के बयान पर महिला समेत पांच लोगों को आरोपित किया गया है, जबकि पुलिस ने मुख्य आरोपित की निशानदेही पर ही तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इस संबंध में पवना थानाध्यक्ष राम एकबाल ने बताया है कि तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन की जा रही है.
घटना को लेकर कई तरह की हो रहीं चर्चाएं
किशोर सनी की हत्या को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. पुलिस को भी यह मामला स्पष्ट रूप से पच नहीं रहा है. पुलिस अन्य बिंदुओं को भी गहराई से छानबीन कर रही है. घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित रंजीत उर्फ फीतु के पिता विजय कहार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. उसकी निशानदेही पर ही मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी की गयी. इस मामले में विजय कहार के पत्नी और पुत्री को भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया है. बाद में पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया, जबकि विजय कहार की पत्नी और पुत्री दोनों नामजद आरोपित हैं. हालांकि पुलिसिया अनुसंधान अभी भी जारी है. साक्ष्य मिलते ही उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है.