ऑनलाइन प्रभात खबर अखबार पढ़ कर कहलगांव के आनंद मोहन ने किया फोन, कहा
भागलपुर : नमस्ते ! मैं अरुणाचल प्रदेश में रहता हूं, लेकिन घर कहलगांव है. कई वर्षो से बिजली बिल का ऑनलाइन भुगतान करता आ रहा हूं. इस माह का बिल ऑन लाइन भुगतान कैसे करेंगे, फ्रेंचाइजी कंपनी ने वेबसाइट ही जेनरेट नहीं की है. घर में अकेली बूढ़ी मां है और उनसे बिजली कार्यालय जा कर बिल जमा करना संभव नहीं है.
साथ ही हर माह बिल जमा करने के लिए अरुणाचल प्रदेश से घर जाना भी मुश्किल है. यह समस्या आनंद मोहन मिश्र ने अरुणाचल प्रदेश से फोन पर प्रभात खबर अखबार को बतायी. उन्होंने बताया कि साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की साइट पर अपडेट बिल नहीं देखा, तो दोस्तों (कहलगांव) को फोन कर पता लगाया कि आखिर मामला क्या है. पता चला कि बिजली निजी हाथों में चली गयी है और फ्रेंचाइजी कंपनी टेक ओवर करने के बाद से अबतक बिल वितरण से लेकर कलेक्शन सिस्टम तक डेवलप नहीं कर सका है.
अब बिल भुगतान के लिए उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं.यह समस्या सिर्फ आनंद मोहन मिश्र की नहीं बल्कि उन सभी उपभोक्ताओं की है जिनको या तो बिजली बिल नहीं मिला है या बिल मिला है तो अनाप शनाप राशि का भुगतान करने को कहा गया है. उपभोक्ताओं की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बिजली ऑफिस पहुंचने पर उनको सीधे तौर पर कुछ नहीं बताया जाता है कि आखिर उन्हें करना क्या है. नतीजतन उपभोक्ता रोज बिजली दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी रोज कमाने-खाने वालों को परेशानी हो रही है. उपभोक्ताओं की परेशानी पर बिजली बोर्ड के उच्चधिकारी भी मौन हैं.