भागलपुर: जिला परिषद अध्यक्ष सविता देवी व उपाध्यक्ष गौरी शंकर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का मामला गरमाने लगा है. शनिवार को दोनों के समर्थन में 19 पार्षदों ने लिखित रूप से जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त एवं जिला पंचायती राज पदाधिकारी को आवेदन दिया है.
इसमें कहा गया है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने में कुल नौ सदस्यों का हस्ताक्षर है. प्रस्ताव के आवेदन का पृष्ठ बदल दिया गया है, ऐसे में फर्जीवाड़ा कर अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है, जो जांच का विषय है.
जिप कार्यालय में उपाध्यक्ष के नेतृत्व में शनिवार को बैठक कर आगे की रणनीति बनायी गयी. उपाध्यक्ष ने बताया कि हमारे पार्षद जब संतुष्ट हैं तो, इसमें अविश्वास प्रस्ताव लाने जैसी बात ही नहीं होनी चाहिए. पार्षद गौरव राय ने बताया कि जब हमलोग 21 पार्षद साथ हैं तो, अविश्वास प्रस्ताव कहां से लाया जायेगा. इसके लिए बहुमत साबित करना होगा, जो संभव नहीं लगता है. सूत्रों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लाने का नेतृत्व कर रही शाहकुंड की पार्षद निर्मला दास पटना में अपने वरीय राजनेताओं से मदद ले रही हैं.
उन्होंने बताया कि कैलाश यादव से हमारी बात हुई थी, जिसमें कहा गया कि उपाध्यक्ष के अनुरोध पर हमने मजबूरी में हस्ताक्षर किया है. निर्मला ने बताया कि मेरी भी कुछ मजबूरी थी, इसी वजह से अविश्वास प्रस्ताव अचानक लाने का आवेदन देना पड़ा. अब जो भी होगा आगे हमलोग अपनी रणनीति बना रहे हैं. उपाध्यक्ष ने बताया कि हमारे समर्थन में पार्षद गौरव राय, इंदिरा देवी, पिंकी देवी, उर्मिला देवी, विजय कुमार, कविता देवी, सुनैना मिश्र, सुनील पासवान, संजीत सुमन, रेणु कुमारी शर्मा, अरुण कुमार सिंह, उमा शंकर रजक, कैलाश यादव, रतन माला देवी, राजेश्वरी सिन्हा,सरयुग मंडल, कमल किशोर मंडल, भोला मंडल, अन्नपूर्णा सिंह ने दस्तखत किया है. बता दें कि गुरुवार को निर्मला दास के नेतृत्व में नौ पार्षदों ने डीडीसी को अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन दिया था