खरीक : प्रखंड के सिंहकुंड में कोसी नदी से भीषण कटाव का सिलसिला जारी है, जिससे गांव के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. किसानों की उपजाऊ जमीन रोज कोसी में समा रही है. गांव की आधी से अधिक आबादी बेघर होकर पलायन कर चुकी है. ज्यादातर विस्थापित दिल्ली मुंबई, कोलकाता व अन्य जगह मजदूरी करने चले गये हैं.
जो पहले बड़े किसान थे, वे भी बेघर और भूमिहीन होकर मजदूर बन गये हैं. विस्थापित अपनी किस्मत पर आंसू बहाने को विवश हैं. चालीस साल से यहां कटाव हो रहा है.