भागलपुर: जय किशन शर्मा हत्याकांड में जारी सीसीटीवी फुटेज पर पुलिस को भरोसा नहीं है. इस कांड की जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि जब यह स्पष्ट हो चुका है कि मामला लूट कांड से जुड़ा हुआ, तब से इस कांड में सीसीटीवी फुटेज की विश्वनीयता पर ही सवाल उठने लगा है.
पुलिस का मानना है कि फुटेज में दिखने वाले तीन लोग जो पवन डालुका के घर के आगे सड़क पर खड़े थे, वे लोग संदिग्ध नहीं हो सकते हैं. हालांकि अभी उन सारे लोगों की तलाश की जा रही है. ठेला चालक की तरह उक्त लोग भी किसी अन्य काम से वहां जमा हुए होंगे. हालांकि बाइक से भागे तीन संदिग्धों के फुटेज के बारे में पुलिस अभी कुछ नहीं बोल रही है. फुटेज के मुताबिक तीन संदिग्ध रात 8.20 बजे घटनास्थल के पास बिल्डर पवन डालुका के घर पर पहुंचे. उसके बाद उन्होंने 16 मिनट बाद घटना को अंजाम दिया और नया बाजार की ओर भाग निकले.
पहले किक में स्टार्ट नहीं हुई बाइक. गोली मारने के बाद तीनों संदिग्ध एक ही बाइक से भागे. फुटेज में यह दृश्य स्पष्ट दिखाया दे रहा है. भागने के क्रम में संदिग्धों की बाइक एक बार में स्टार्ट नहीं हुई. पुन: दोबारा किक मारने के बाद बाइक स्टार्ट हुई, तब जाकर संदिग्ध भागे.
एक संदिग्ध का चेहरा स्पष्ट. सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध का चेहरा पूरी तरह से स्पष्ट है. यह संदिग्ध शाल ओढ़े हुए हैं और इसकी उम्र करीब 40 वर्ष के आसपास है. यह संदिग्ध लगातार पवन डालुका के दरवाजे के आसपास सड़क किनारे घूम रहा था. इस दौरान डालुका के घर कई लोग बाहर आये और गये भी. शंका न हो, इस कारण लोगों की चहल-कदम देख तीन संदिग्ध सड़क के दूसरी ओर जाकर खड़े हो गये.