भागलपुर: वर्ष 2005 से पहले के नोट को बदलने के लिए आरबीआइ की ओर से बैंकों के पास सकरुलर आना शुरू हो गया है. शहर में सबसे पहले बैंक ऑफ इंडिया को सकरुलर आया है.
तिलकामांझी शाखा के वरीय प्रबंधक मिरजा गुलाम हुसैन ने बताया कि सकरुलर आ गया है. आरबीआइ की गाइड लाइन के अनुसार मार्च के बाद भी 2005 से पहले के नोट चलेंगे, लेकिन ग्राहकों के लिए बदलना अनिवार्य है. अगर ग्राहक ऐसा नहीं करते हैं, तो मशीन ऐसे नोटों को फे क नोट बता देगा और इससे ग्राहक व बैंक दोनों को परेशानी होगी.
असल में मशीन में पारा मीटर लगा रहता है, जो नोट पकड़ नहीं पाती है. इसमें पुलिस केस भी हो सकता है. बाद में अगर नोट को आरबीआइ के पास भेजा जायेगा, तो ही नोट के मामले में क्लीन चिट मिल सकता है. इधर, एसबीआइ सिटी ब्रांच के प्रबंधक मनोहर पासवान ने बताया कि अभी सकरुलर नहीं आया है, लेकिन जल्द ही आ जायेगा. वहीं यूको बैंक के अंचल प्रबंधक हंसराज चौधरी ने बताया कि कोलकाता में मंगलवार को बैंक बंद रहने के कारण सकरुलर नहीं मिल सका है, लेकिन एक -दो दिन के अंदर यहां भी सकरुलर आ जायेगा और शाखाओं को सकरुलेट कर दिया जायेगा. इसके बाद आरबीआइ के गाइड लाइन के अनुसार ग्राहकों के नोट को बदले जायेंगे.